अमरावती/दि.12 – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में अब आचार्य यानी पीएचडी पदवी के लिए प्रवेश शुल्क को घटाकर आधा कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि, प्रत्येक तीन वर्ष में प्रवेश शुल्क में वृध्दी किये जाने की विद्यापीठ नियमावली है, लेकिन इस बार व्यवस्थापन परिषद ने पीएचडी प्रवेश हेतु प्रवेश शुल्क को कम करने का निर्णय लिया है.
व्यवस्थापन परिषद के सदस्य डॉ. प्रफुल्ल गवई ने पीएचडी प्रवेश शुल्क में कोई वृध्दी न हो यह विषय जबर्दस्त तरीके से उठाया और 7 अप्रैल को ऑनलाईन पध्दति से हुई व्यवस्थापन परिषद की बैठक में आचार्य पदवी संशोधन हेतु शुल्क पर पुनर्विचार करने के संदर्भ में प्रस्ताव क्रमांक 24 के तहत चर्चा की गई. इस समय डॉ. गवई ने कहा कि, कोरोना काल के दौरान किसी भी परीक्षा का शुल्क न बढाया जाये, इस आशय का पत्र राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया है. ऐसे में पीएचडी प्रवेश शुल्क में वृध्दि नहीं की जा सकती. इस प्रस्ताव का शिक्षा मंच के प्रा. प्रदीप खेडकर ने भी समर्थन किया. ऐसे में अब प्रवेश शुल्क में कोई वृध्दी नहीं होगी और सामान्य विद्यार्थियों को भी पीएचडी पदवी प्राप्त करना आसान रहेगा.
- ऑर्डिनन्स के हिसाब से ही पीएचडी प्रवेश शुल्क में वृध्दी हुई थी. पश्चात यह विषय परीक्षा मंडल के पास भेजा गया और शुल्क तय करने हेतु समिती गठित की गई. समिती द्वारा लिये गये निर्णयानुसार फिलहाल शुल्क में कोई वृध्दी नहीं करने का सुझाव दिया गया. जिसके अनुसार व्यवस्थापन परिषद ने पीएचडी प्रवेश शुल्क में कटौती करने का निर्णय लिया.
– प्रा. डॉ. हेमंत देशमुख
संचालक, परीक्षा व मूल्यांकन विभाग
ऐसा रहेगा पीएचडी प्रवेश शुल्क
कोर्स वर्क शुल्क मंजुर पहले
टयुशन फीस 5,000 10,000
विज्ञान व तंत्रज्ञान 10,000 15,000
अभियांत्रिकी 30,000 50,000
कॉमर्स 5,000 10,000