अमरावती- /दि.9 किसानों के पास जमा की गई तुअर नहीं, नई तुअर को आठ महीने समय है. बावजूद इसके अतिवृष्टि से हुए नुकसान इस पार्श्वभूमि पर तुअर के दाम आठ हजार से अधिक पर पहुंच गए हैं. बाजार समितियों में आवक कम होने से तुअर की मांग बढ़ने का असर होने की जानकारी व्यापारियों ने दी.
तुअर का मौसम में 6 हजार से 6,300 रुपए तक भाव स्थिर था. नाफेड बी बाजार समिति में भी यही दाम मिलने से किसानों ने निजी बाजार की तरफ रुख किया था. गत वर्ष तुअर की आय समाधानकारक नहीं होने से किसानों के पास तुअर जमा नहीं, इस बार 1.13 लाख हेक्टर क्षेत्र रहते प्रत्यक्ष में 1.05 लाख हेक्टर में तुअर की बुआई हुई है. जिसमें तीन सप्ताह से शुरु बारिश के कारण फसलों का बढ़ना रुक गया है. ऐसी स्थिति में तुअर की उत्पादकता पर असर होने की संभावना है.
मिल मालिकों द्वारा खरीदी की गई जमा तुअर खत्म हो गई है. मौसम को आठ महीने का समय है. इस दरमियान तुअर का निर्यात भारत व दक्षिण भारत में भेजने के लिए खरीदी बढ़ी है. शनिवार को यहां को यहां की बाजार समिति में अधिकतम 8,500 रुपए दाम मिला है.
बाजार समिति में दाम (रु./क्विं.)
1 अगस्त-7750 से 7961
3 अगस्त-7350 से 7630
4 अगस्त-7600 से 7750
5 अगस्त-7800 से 8200
6 अगस्त-7800 से 8500