अमरावती

वृक्षारोपण के लिए गड्ढे तैयार; लेकिन बारिश का इंतजार

शासकीय नर्सरी में पौधों की कमी, वृक्षारोपण का टार्गेट नहीं

अमरावती/दि.28– राज्य में 30 से 35 हजार हेक्टर पर वृक्षारोपण का नियोजन किया जाता है. वन विभाग द्वारा कुछ भागों में वृक्षारोपण के लिए गड्ढे भी तैयार किये हैं. लेकिन इस बार न सरकार, न बारिश, न नियोजन ऐसी स्थिति होने के कारण सामाजिक वनीकरण अथवा वन विभाग ने वृक्षारोपण का टार्गेट निश्चित नहीं किया है.
राज्य शासन ने इस वर्ष वन विभाग को मार्च 2022 में 110 करोड़ की निधि वितरीत की. लेकिन विलंब से निधि प्राप्त होने के कारण वृक्षारोपण, नर्सरी में पौधे निर्माण करना, वृक्षारोपण का नियोजन आदि बातें नहीं हो पायी है. वन विभाग, सामाजिक वनीकरण विभाग वृक्षारोपण करने के लिए आगे आती है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर वन विभाग की जिम्मेदारी थी. तथापि वन विभाग को स्वतंत्र मंत्री नहीं होने के कारण गत वर्षभर से इस विभाग की ओर दुर्लक्ष किया गया. वन विभाग की विविध योजना, निर्णय लेने के लिए मंत्री की बजाय आयएफएस लॉबी ही सक्रिय होते दिखाई दी. ऐसा होने पर भी मग्रारोहयो से वन विभाग ने वृक्षारोपण करने हेतु नियोजन चलाया है. इसके लिए महसूल विभाग की मदद मिल रही है. मात्र हर साल होने वाला वृक्षारोपण का महोत्सव कोरोना काल से नहीं हुआ है.
* अमृत महोत्सव वर्ष निमित्त वृक्षारोपण
देश के अमृत महोत्सवी वर्ष निमित्त इस बार वृक्षारोपण करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए गए हैं. इसके लिए मग्रारोहयो से निधि उपलब्ध करवाई जाएगी. तथापि शासकीय नर्सरी में पौधों की संख्या कम होने से इस वर्ष पौधों की मांग पूरी नहीं हो सकेगी, यह जानकारी वन विभाग के सूत्रों द्वारा दी गई है.

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