अमरावती/प्रतिनिधि दि.२९ – अस्वस्थ मरीज को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए शासन स्तर से शुरू की गई १०८ एम्बुलेंस की अनेक शिकायते प्राप्त हो रही है. मरीजों के लिए अत्यावश्यक होनेवाली इस एम्बुलेंस का योग्य नियेाजन करे, ऐसी मांग भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रविराज देशमुख ने जिलाधिकारी शैलेश नवाल से की है.
१०८ नंबर पर फोन करने पर भी अनेक बार एम्बुलेंस उपलब्ध नही होती. कई बार अलग-अलग कारण बताए जाते है. इस व्यवस्था पर राजनीतिक दबाब होने की जानकारी है. कोरोना के संकट के समय निजी एैम्बुलेंस मिलना मुश्किल हो गया है. सभी १०८ एम्बुलेंस की ओर ही भागते है. ऐसी स्थिति में उसका संचालन उचित तरीके से होना आवश्यक है. मंगलवार को चांदुर बाजार में एक बुरा अनुभव हुआ.
भाजपा के तहसील अध्यक्ष मुरली माकोडे ने कोरोना मरीज का ऑक्सीजन स्तर ५६ होने के कारण तत्काल १०८ एम्बुलेंस बुलाने के लिए काल किया. चालक ने फोन उठाने के बाद एम्बुलेंस अमरावती में गई, ऐसा कहा.
माकोडे को विश्वास न होने पर उन्होंने ग्रामीण अस्पताल में दौड़ लगाई. जांच करने पर अस्पताल के पास ही यह एम्बुलेंस खड़ी होने का पता चला. उसी क्षण उन्होंने फेसबुक लाईव्ह के माध्यम से इस मामले का घटनाक्रम सामने लाया. दु:ख पहुंचानेवाली यह घटना रविराज देशमुख ने जिलाधिकारी नवाल को बताई. जो यह घटना हुई है वह सही नहीं है.
एम्बुलेंस चालक पर फिलहाल काम का बोझ है. जरूरत के समय सामान्य नागरिक क्या करे. यह बड़ा सवाल है. चालक का बोझ कम हो इसलिए ठेकेदार स्वरूप में और कुछ चालक की नियुक्ति प्रशासन को करनी चाहिए जिससे इस प्रकार की अडचने नहीं आयेगी.
उसके बाद उचित नियोजन करने पर प्रत्येक मरीज को आवश्यक हो उस समय एम्बुलेंस मिलेगी और हाल ही में बेरोजगार रहनेवाले चालक को काम भी मिलेगा. सर्वपक्षीय समिति गठित करके भी एम्बुलेंस का संचालन किया जा सकेगा. इस व्यवस्था की तत्काल सुधारना करे, ऐसी विनती देशमुख ने प्रशासन से की है. जिसे जिलाधिकारी ने सकरात्मक प्रतिसाद दिया.