खिलाडी खेल के प्रति अपने ‘जुनून’ को हमेशा जिन्दा रखें
जिप सीइओ संजीता मोहपात्रा का आवाहन
* जिला स्टेडियम में नेशनल स्कूल गेम कबड्डी स्पर्धा का शुभारंभ
अमरावती/ दि. 12-जीवन में व्यायाम अत्यंत आवश्यक होता है. इसके लिए कई लोग विविध प्रकार के खेलों को अपना साथी बनाते हैं. खेल अब जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. इसके प्रति खिलाडियों का ‘’ ‘जुनून’ ही उनका भविष्य निखारता हैं. अगर खिलाडी में ‘जुनून’ है तो व आगे बढते हुए केवल खुद का ही नहीं बल्कि अपने आसपास के हर उस व्यक्ति का नाम रोशन करता है. जिससे वह प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से जुडा होता है. इसीलिए अपने खेल के प्रति जुनून को हमेशा जिन्दा रखने का आवाहन जिप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीता मोहपात्रा ने किया.
स्थानीय जिला स्टेडियम के इनडोर हॉल में स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया, क्रीडा व युवा संचनालय संचालक तथा उप संचालक कार्यालय के साथ एमटेर कबड्डी एसोसिएशन ऑफ विदर्भ के संयुक्त तत्वावधान में 68 वें नेशनल स्कूल गेम कबड्डी स्पर्धा (अंडर 14 बॉयज- गर्ल्स ) का आयोजन किया गया है. जिसमें बतौर उद्घाटक वे बोल रही रही थी. इस अवसर पर क्रीडा व युवा संचनालय के उप संचालक विजय संतान, आरटीओ की कांचन जाधव, जिला नियोजन अधिकारी डॉ. अभिजीत म्हस्के, फील्ड ऑफीसर तृप्ती अग्रवाल, सुविख्यात उद्योजक नवीन खंडूजा, एसजीएफआई के सदस्य तथा डीप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री एज्युकेशन हिमाचल प्रदेश के सुरेंद्र शर्मा, विदर्भ कबड्डी एसोसिएशन उपाध्यक्ष सतीश डफले, पदमाकर देशमुख, प्राचार्य डॉ. हनुमंत लुंगे, डॉ. नितीन चव्हाले, मंगेश व्यवहारे, प्रा. डॉ. सुभाष गावंडे, जिला क्रीडा अधिकारी घनश्याम राठोड, लता गुप्ता उपस्थित थे.
जिप सीईओ संजीता मोहपात्रा ने आगे कहा कि यहां विविध राज्यों से कबड्डी की टीमे आयी है. उन्होंने शायद पहली बार अमरावती का नाम सुना और देखा होगा. तीन दिन इस स्पर्धा में सहभागी सभी खिलाडी अमरावती दर्शन का लाभ लें, जब हम खेल प्रतियोगिता के नाम से बाहर गांव जाते थे तो उस शहर को देखने का आनंद लेते थे. जिससे हमें उस शहर की पहचान होती थी. उससे लगाव होता था. पहली बार पधारे सभी खिलाडियों का हम स्वागत करते है. साथ ही उन्हें इस स्पर्धा के लिए शुभकामना देते हैं. स्पर्धा में जुनून के साथ खेलते हुए कडी मेहनत करें. खेल की सभी बारिकियों को समझे तथा यहां से जाते समय बढिया खेलकर खुशी से अपने घर लौटे, ऐसा आवाहन उन्होंने किया.
कार्यक्रम की प्रस्तावना क्रीडा उप संचालक विजय संतान ने रखी तथा उद्घाटन सत्र का संचालन सेवानिवृत्त जिला क्रीडा अधिकारी प्रदीप शेटिये ने किया तथा आभार वाशिम जिला क्रीडा अधिकारी लता गुप्ता ने माना. उद्घाटन कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रोप मलखांब रहा. जिसमें नरेंद्र गाडे के नेतृत्व में सभी बालक- बालिकाओं ने तथा युवक युवतियों ने अपना कर्तब दिखाया. जिसे देखकर सभी आश्चर्य चकित हुए. साथ ही उन्होंने तालियो की बोछार कर सभी खिलाडियों का हौसला बढाया.
कार्यक्रम के अंत में ‘अतुल्य भारत’ कार्यक्रम के माध्यम से विविध देशों की झलकियां प्रस्तुत की गई. नुपूर डांस अकादमी के संचालक प्रकाश मेश्राम व उनकी टीम द्बारा कर्नाटक का भारत नाट्यम, गुजरात का दांडिया, पंजाब का भांगडा, आसाम का दुर्गापूजन नृत्य, महाराष्ट्र की लावणी प्रस्तुत की गई. कार्यक्रम के माध्यम से ‘अतुल्य भारत’ का सभी को दर्शन करवाया. इस उपलक्ष्य में मान्यवरों की ओर से प्रकाश मेश्राम व उनकी टीम के साथ नरेंद्र गाडे व उनकी टीम का ट्राफी व पुष्पगुच्छ के साथ शाल प्रदान कर सत्कार किया गया. कार्यक्रम में देश के विविध राज्यों से पधारे अंडर 14 के कबड्डी खिलाडियों की बडी संख्या में उपस्थिति रही.