* एक रिपोर्ट में दायी और दूसरी रिपोर्ट में बायी ओर किडनी स्टोन
अमरावती/ दि. 20– शहर के निजी अस्पतालों में मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड किया जाता है. इस बारे में जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय मेंं शिकायत दर्ज कराई है. संबंधित मरीज के पिता के अनुसार उनके बेटे की शहर के दो अलग- अलग सोनोग्राफी सेंटर में सोनोग्राफी कराई. प्राप्त दोनों ही रिपोर्ट मेें फर्क है. एक रिपोर्ट में दायी और दूसरी रिपोर्ट में बायी ओर किडनी स्टोन बताया गया. तब इन रिपोर्ट में से सही रिपोर्ट कौन सी है. ऐसा प्रश्न निर्माण हुआ है. जिसके कारण इस मामले की जांच कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है.
शहर के अर्जुननगर परिसर में रहनेवाले विनायक धीवर के 27 वर्षीय पुत्र अक्षय धीवर का पिछले कुछ दिनों से पेट दुखने के कारण विनायक धीवर उनके बेटे को निजी डॉ. राजू कनेरकर के अस्पताल में ले गए. उस समय उन्होंने डॉ. सिकची सोनोग्राफी सेंटर से सोनोग्राफी कराने का बताया. जिसके अनुसार 3 अप्रैल को धीवर ने उनके बेटे की डॉ. सुशील सिकची के सेंटर में सोनोग्राफी कराई. डॉक्टर ने दायी ओर 3.2 एम.एम. किडनी स्टोन होने की रिपोर्ट दी. उस रिपोर्ट के अनुसार इलाज कराया गया. फिर भी अक्षय की परेशानी कम नहीं हुई. जिसके कारण 15 दिन बाद उसे डॉ. विशाल बाहेकर के यहां फिर से जांच के लिए ले जाया गया. उसके बाद 17 अप्रैल को डॉ. ढवले के यहां सोनोग्राफी की गई. तब बायी ओर 5 एम.एम. की किडनी स्टोन होने की रिपोर्ट दी गई. इस बारे में शिकायत महापालिका स्वास्थ्य अधिकारी को सोंपी गई है. ऐसा जिला शल्य चिकित्सक ने बताया.
* स्टोन छोटा होने से कभी-कभी दिखता नहीं
किडनी स्टोन डेव्हलप होता रहता है. 3.2 एम.एम. या 5 एम.एम. तक स्टोन छोटा है. जिसके कारण कभी- कभी वह दिखाई नहीं देता. इस वजह से गलत रिपोर्ट नहीं कह सकते. फिर भी दोनों रिपोर्ट देखने के बाद ही उस बारे में बोला जासकता है.
डॉ.सुशील सिकची ,
संचालक निजी सोनोग्राफी सेंटर
* दायी ओर सूजन है
रिपोर्ट में मरीज के बायी ओर 5 एम.एम. का स्टोन होने का कहा है और दायी ओर सूजन होने का भी रिपोर्ट में उल्लेख है. इसके कारण दायी ओर स्टोन बनने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. कोई भी गलत रिपोर्ट नहीं देता.
डॉ. किरण ढवले,
संचालक निजी सोनोग्राफी सेंटर