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भ्रष्टाचार के कारण अटका चबूतरे का काम

कृति समिति के गवई का आरोप

* चांदूर रेल्वे में बाबासाहब की प्रतिमा
अमरावती/दि.20 – चांदूर रेल्वे में पालिका परिसर में निर्माणाधिन महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के चबूतरे के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप कृति समिति ने किया है. आज दोपहर मराठी पत्रकार भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में दलित मित्र उत्तमराव गवई, डॉ. गोपीचंद मेश्राम, डॉ. पी.एस. खडसे, रमेश रामटेके, समाधान वानखडे, प्रा. सतीश ने पुतले के निर्माण के बारे में जानकारी दी और यह भी आरोप लगाया कि, एक महीने का कहा गया था. 13 माह बाद भी काम आधा-अधूरा पडा है. जबकि धम्मचक्र प्रवर्तन दिन करीब आ गया है.
* शासन की सभी स्वीकृति
महामानव आंबेडकर पुतला सभागार उद्यान निर्माण कृति समिति ने कहा कि, प्रतिमा के लिए आवश्यक शासन की सभी मंजूरी ली गई. इसका ठेका बिडोली कन्स्टक्शन के संचालक मनीष जाधव को दिया गया. ठेकेदार ने एक माह में काम करने की गारंटी दी थी. पिछले वर्ष 13 अगस्त को तत्कालीन नगराध्यक्ष और विधायक के हस्ते भूमिपूजन किया गया था. अब 13 माह बीते गये है. काम आधा-अधूरा पडा है. ठेकेदार ने जितना काम हुआ, उतना बिल मंजूर करने की विनती की है. जिससे उसके साथ किये गये एक माह के करारनामे के बारे में सवाल किया जाना चाहिए. उत्तमराव गवई ने चांदूर रेल्वे के पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी तथा सीओ को ठेकेदार को तलब कर कार्यवाही की मांग की है. साथ ही आशंका जताई कि, पुतला निर्माण में भ्रष्टाचार तो नहीं हो रहा. उन्होंने मीडिया को पुतला स्थापना के बारे में किये गये पत्राचार और अन्य दस्तावेज दिखलायें.
* कोतवालों की मांग पूर्ण करें
कोतवालों को गुजरात के समान चतुर्थ श्रेणी कामगार मानने की मांग सहित अनेक मांगों को पूर्ण करने की अपील मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से उत्तमराव गवई ने की है. गवई ने कहा कि, महाराष्ट्र में 1960 में 500 की आबादी पर एक कोतवाल की नियुक्ति की जाती थी. उस समय 72 हजार कोतवाल कार्यरत थे. आज उनकी संख्या 2 लाख से अधिक होनी थी. ऐसे ही कोतवालों को अन्य सुविधाएं भी मिलनी चाहिए. इस समय कोतवाल संघर्ष समिति के सचिव एस.डी. रौराले भी उपस्थित थे.

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