अमरावती

कवयित्री सुमती वानखेडे का निधन

वर्धा- दि. 1 ज्येष्ठ कवयित्री, कथाकार तथा ललित लेखिका सुमती राजेन्द्र वानखेडे (57) का नागपुर में शुक्रवार, 30 सितंबर को उपचार दौरान निधन हो गया. लगभग 11 वर्ष के बाद उन्हें फिर से कॅन्सर रोग से ग्रस्त होने के कारण उन्हेें सावंगी अस्पताल कें भर्ती किया गया था.
सुमती की मनोहानी, श्रावण भुलाव्याचे, कृष्णडोह, जाणता, अजाणता, बंद ओठ माझे, उन्हाळ सावली, हे वर्तुल असेच असते, सायलंट ऑब्झर्व्हर आदि पुस्तके प्रसिध्द हुई है. नागपुर में यशवंतराव चव्हाण, अभियांत्रिकी महाविद्यालय मेें वे ग्रंथपाल के रूप में कार्यरत थी. वे कवि संजय इंगले, तिगावकर की बडी बहन है तथा पूर्व विधायक सागर मेघे व विधायक समीर मेघे की वह माम बहन थी. सुमती वानखेडे का नेत्रदान सावंगी अस्पताल में किया गया. स्थानीय वैकुंठधाम में उन पर अंतिम संस्कार किया गया.

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