गौवंश तस्करों पर पुलिस की कार्रवाई, 21 लाख का मुद्देमाल जब्त
चालक सहित 6 ट्रक किए जब्त
अमरावती/दि. 16-मोर्शी तहसील में गौवंश की तस्करी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. गौवंश तस्कर अवैध रुप से ट्रकों में गौवंश ठूसकर तस्करी करते है. मोर्शी पुलिस ने शनिवार को कार्रवाई कर गौवंश से भरे 6 ट्रक पकडे और चालक को गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई 15 दिसंबर को सुबह 10 बजे सालबर्डी से पाला मार्ग स्थित भिवकुंडी फाटे के पास वह 11 बजे चिंचोली गवली से अंबाडा रोड पर नाकाबंदी कर की गई.
चिंचोली गवली से अंबाडा मार्ग पर एमएच 36-1874, एमएच 35-के-3484, एमएच 01-बीआर-0417 तथा एमएच 48-टी-7526 नंबर के चार ट्रक गौवंश को निर्दयता के साथ ठूंसकर कत्तलखाना ले जाने की गुप्त सूचना मोर्शी पुलिस को प्राप्त हुई. उसके अनुसार पुलिस ने नाकाबंदी कर इन ट्रकों को रोका और उसमें से 12 बैल और वाहन सहित 13 लाख 44 हजार का मुद्देमाल जब्त किया. ट्रकों में ठूंसे गए बैलों के चेहरे और कमर पर जख्म में से खून रिस रहा था. जिसमें उपचार के लिए सभी बैलों को नांदगांव पेठ स्थित भगवान परशुराम गौसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट में दाखिल किया गया और जांच के पश्चात पशु वैद्यकीय अधिकारी अस्पताल मोर्शी भिजवा दिया गया.
इसी दौरान चारों ही ट्रक ड्रायवर क्रमश: सुनील नेहार (31), मंगेश सहारे (41), गौरव गाडबैल (21, घोरडे, तहसील वरुड) व राहुल मोरे (25, राजूरा बाजार, तहसील वरुड) को मोर्शी पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया. यह कार्रवाई उपविभागीय पुलिस अधिकारी संतोष खांडेकर, पुलिस निरीक्षक नितिन देशमुख के मार्गदर्शन में डीबी स्क्वॉड के पुलिस उपनिरीक्षक अमोल बुरुकुल, स्वप्नील बायस्कर, छत्रपति करपते, सहायक पुलिस निरीक्षक पुष्पलता वाघ, निरंजन उकंडे, राजकुमार थोटे, आशीष काले, सचिन भाकरे ने की.
इसके पूर्व रात 10 बजे ऐसी ही एक कार्रवाई मोर्शी पुलिस द्वारा की गई. जिसमें मध्यप्रदेश से सालबर्डी मार्ग पर पाला से एमएच 31-सीबी-9535 व एमएच 04-6884 यह दोनों ट्रक गौवंश भरकर ले जाने की गुप्त सूचना प्राप्त होने पर मोर्शी पुलिस ने भिवकुंडी फाटे पर नाकाबंदी कर 6 बैलो को ट्रक में भरकर ले जा रहे चालक कार्तिक संदीप येवतकर (22, जलालखेडा) व धीरज राजेंद्र बडोदे (25, चांदस वाठोडा), नेरपिंगलाई के साकीब अहमद नासीर अहमद (25) को गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई डीबी स्क्वॉड पुलिस उपनिरीक्षक अमोल बुरुकुल, स्वप्नील बायस्कर, छत्रपति करपते ने की और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया.