अमरावती

भैंसे की टक्कर का खेल पुलिस ने कराया समाप्त

दास टेकडी परिसर की घटना

* पुलिस का दल पहुंचते ही मची भगदड
तिवसा/ दि. 14– तहसील के गुरुकुंझ मोजरी स्थित दास टेकडी परिसर में भैेंसा (हेला) की टक्कर लगाकर जुआ खेला जा रहा था. ऐन टाईम पर पहुंचकर पुलिस ने सारा खेल बिगाड दिया. प्रतियोगिता के स्थान पर पुलिस के पहुंचते ही भगदड मच गई. सभी मैदान छोडकर भाग गए.
मिली जानकारी के अनुसार तिवसा तहसील के कुछ शौकीन लोगों ने गुरुकुंझ मोजरी के दास टेकडी परिसर के खुले मैदान में रविवार की दोपहर से भैेंसे की टक्कर का कार्यक्रम आयोजित किया. इसके लिए परिसर के भैंसा मालक अपने अपने भैंसों के साथ प्रतियोगिता के मैदान में उपस्थित हुए. परंतु इसकी भनक लगते ही तिवसा पुलिस का दल खेल मैदान में जा धमका. यह देखते ही जमकर भगदड मची. इस मामले में पुलिस ने किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. पालतु प्राणियों के साथ अमानविय रवैया न हो, इस वजह से प्राणी मित्र व समाजसेवी संगठना बार-बार सूचित करते रहते है. इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में कुछ शौकीन लोग ऐसा आयोजन करने से बाज नहीं आते. केवल मनोरंजन के लिए भैंसों को सजाकर उसे मादक पदार्थ पीने के लिए विवश करते है. पुरस्कार के स्वरुप में लाखों रुपयों का लेन-देन होता है. पालतू प्राणी के साथ अमानवीय प्रताडना न हो, इसके लिए 1960 के प्राणी प्रताडना प्रतिबंधक कानून की धारा 22 (2) के अनुसार महाराष्ट्र में बैलगाडी दौड पर बंदी लाई गई थी. परंतु कर्नाटक व तमिलनाडू की तर्ज पर सर्वोच्च न्यायालय ने 17 दिसंबर 2021 को प्रमुख पांच शर्तों के आधार पर बैलगाडी दौड को अनुमति दी. परंतु भैंसों की टक्कर को अधिकृत अनुमति नहीं दी गई. इस वजह से इस तरह की टक्कर की प्रतियोगिता कानूनन अपराध है, ऐसा कानून तज्ञों का कहना है.

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