पुलिस ने मुझसे शिवजयंती के बाद अमरावती आने का निवेदन किया है
अपनी शहरवासी को लेकर बोले विधायक रवि राणा
* पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने की बात भी कही
अमरावती/दि.18– विगत करीब एक माह से अमरावती शहर में राजापेठ रेल्वे उडानपुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने को लेकर हालात काफी हद तक तनाणपूर्ण बने हुए है. जिसकी वजह से एक माह के दौरान काफी कुछ घटनाएं भी घटीत हो गई है. जिसके चलते इस समय विधायक रवि राणा अमरावती से बाहर है. वहीं अब गतरोज हुई मनपा की आमसभा में राजापेठ रेल्वे ओवर ब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किये जाने संबंधित प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया, जिसे विधायक रवि राणा व उनकी युवा स्वाभिमान पार्टी की जीत माना जा रहा है. साथ ही अब यह सवाल भी पूछा जा रहा है कि, आखिर विधायक रवि राणा अमरावती वापिस कब लौटेंगे.
इस संदर्भ में जानकारी हेतू संपर्क किये जाने पर विधायक रवि राणा ने दैनिक अमरावती मंडल से विशेष तौर पर बातचित करते हुए बताया कि, वे इस समय भी दिल्ली में है और बेहद खुश है कि, राजापेठ रेल्वे उडानपुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने हेतू उनके द्बारा किया गया प्रयास बेहद सफल रहा है. अब तो खुद महानगरपालिका ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. ऐसे में वे तुरंत अमरावती वापिस लौटना चाहते है किंतु अमरावती शहर पुलिस सहित राज्य पुलिस मुख्यालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे निवेदन किया है कि, वे शिवजयंती तक अमरावती वापिस न लौटे. ताकि कानून व व्यवस्था की स्थिति को किसी तरह से कोई धक्का न लगे. विधायक रवि राणा के मुताबिक उन्होंने आज तक कानून व व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने जैसा कोई भी काम नहीं किया है और आगे भी उनकी वजह से कानून व व्यवस्था के लिए कोई खतरा उत्पन्न नहीं होगा. ऐसे में वे शिवजयंती के अवसर पर अमरावती वापिस आकर युवा स्वाभिमान पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ शिवजयंती का उत्सव मनाना चाहते है किंतु मौजूदा हालात को देखते हुए पुलिस के साथ पूरा सहयोग भी करना चाहते है. ताकि अमरावती शांतिपूर्ण वातावरण मेें किसी तरह का कोई खलल न पडे.
इस बातचित के दौरान विधायक रवि राणा ने यह भी कहा कि, पुलिस ने उनका कोई लेना देना नहीं रहने के बावजूद उन्हें व उनके समर्थकों को धारा 307 के तहत बेहद गंभीर अपराध में नामजद किया है. इस बात का उन्हें दुख भी है और वे इस संदर्भ में तमाम आवश्यक कानूनी पहलूओं पर विचार भी कर रहे हैै. साथ ही उनके जो कार्यकर्ता इस समय जेल में है, उन्हें जेल से बाहर निकालने के लिए भी तमाम आवश्यक कदम उठाए जा रहे है. विधायक राणा के मुताबिक वे पुलिस द्बारा गिरफ्तार किये जाने से बिल्कुल भी नहीं डरते और ऐसे किसी डर के वजह से फरार भी नहीं है. इससे पहले किसानों से संबंधित मांगों को लेकर आंदोलन करते हुए वे गिरफ्तार भी हुए थे और जेल भी गये थे. किंतु इस बार पुलिस द्बारा राजनीतिक दबाव में आकर नाहक ही उन्हें इस मामले में फंसाया गया है. जिसका समर्थन नहीं किया जा सकता.