वरुड प्रतिनिधि/दि.21 – टाकली पुलिस लाइन निवासी हर्षल केशव लेकुरवाडे शनिवार की दोपहर करीब 1 से 2 बजे के दौरान खूद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना की जानकारी हर्षल के दोस्तों ने गिट्टी खदान पुलिस को दी. इस शिकायत पर गिट्टी खदान पुलिस व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर फांसी के फंदे पर झूलती हुई लाश को निचे उतारकर घटनास्थल का पंचनामा किया और लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम के पश्चात रविवार को हर्षल की लाश उसके निवास स्थान पर लायी गई और रविवार की शाम स्थानीय मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया.
हर्षल केशव लेकरवाडे (34, टाकली, सावता चौक) यह फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले पुलिस कर्मचारी का नाम है. बताया जाता है कि आत्महत्या करने से पूर्व हर्षल लेकुरवाडे ने अपने दोस्तों को फोन कर उसपर अन्याय होने की बात बताया था. इतना ही नहीं तो उसने सुसाइड नोट में भी उसपर किये गए अन्याय के बारे में स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया था. इससे नागपुर पुलिस दल में सनसनी मच गई है.
हर्षल लेकुरवाडे वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था. डेढ साल पहले नागपुर मुख्यालय से शांति नगर पुलिस थाने में उसका तबादला हो गया था. हर्षल को पुलिस थाने में कार्यरत एसआई, हवालदार व पुलिस कर्मी बेफिजल मानसिक रुप से परेशान करते थे. इस बात की शिकायत हर्षल ने वरिष्ठ अधिकारियों को भी की थी, परंतु वरिष्ठ अधिकारी व्दारा इसकी दखल नहीं ली गई. इतना ही नहीं तो उसकों ही किसी मामले में आर्थिक जुर्माना ठोका गया था. इस बात से हर्षल के दिल को काफी चोट पहूंची थी और हर्षल मानसिक रुप से परेशान रहने लगा. हर्षल के साथ हो रहे अत्याचार के संदर्भ में सभी बाते अपने दोस्तों से शेअर करता था. हर्षल के दोस्तों ने पुलिस थाने जाकर हर्षल को परेशान करने वाले पुलिस कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की थी, परंतु उन पुलिस कर्मचारियों ने हर्षल के दोस्तों को ही डराधमकाकर थाने से निकाल दिया. इससे भी हर्षल काफी निराश हुआ था.
घटना के वक्त हर्षल की पत्नी जोत्सना अपने डेढ माह के बच्चे को लेकर अपने मायके कलमेश्वर गई थी. शनिवार को जोत्सना ने पति हर्षल को बार-बार फोन संपर्क करने का प्रयास किया. मगर हर्षल की ओर से कोई रिस्पॉन्स न मिलने से जोत्सना ने हर्षल के दोस्तों को पुलिस क्वॉर्टर में जाकर देखने को कहा. इसपर हर्षल के दोस्तों ने टाकली स्थित पुलिस क्वॉर्टर में पहुंचकर देखा तो हर्षल फांसी के फंदे पर झूलता हुआ दिखाई दिया. हर्षल के दोस्तों तुरंत इस बात की जानकारी गिट्टी खदान पुलिस को दी. जानकारी मिलते ही गिट्टी खदान पुलिस व वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पहुंची और हर्षल की फांसी के फंदे पर झूलती हुई लाश को निचे उतारकर घटनास्थल का पंचनामा किया. पंचनामा करते वक्त पुलिस को हर्षल की सुसाईड नोट प्राप्त हुई उसमें स्पष्ट रुप से उल्लेख किया था कि वरिष्ठ अधिकारी व पुलिस कर्मियों व्दारा उसका मानसिक रुप से छल किया जा रहा है. पश्चात लाश पोस्टमार्टम के लिए रवाना की. पोस्टमार्टम कर हर्षल की लाश रविवार को परिवारवालों के सुपूर्द की गई. रविवार की ही शाम को हर्षल के लाश पर स्थानीय मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया.
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हर्षल के कमरे में पुलिस को सुसाईड नोट मिली
हर्षल के निवास स्थान (पुलिस क्वॉर्टर) में जांच के दौरा पुलिस को सुसाईड नोट मिली. पुलिस ने उसे जब्त किया. हर्षल व्दारा लिखित सुसाई नोटे जिन अधिकारी व पुलिस कर्मचारियों को उल्लेख है. उन संबंधित अधिकारी व पुलिस कर्मचारियों में फिलहाल सनसनी मच हुई है.