धारणी/दि.7 – बालकृष्ण झिटे आत्महत्या मामले में धारणी के थानेदार काफी धिमी गति से जांच कर रहे है. अब तक केवल 2 कर्मचारियों के बयान पुलिस ने दर्ज किये है. इस मामले में अभी भी अपराध दर्ज नहीं किया गया.
मुख्याध्यापक की त्रासदी से त्रस्त होकर हिराबंबई स्थित जिला परिषद शाला के सहायक शिक्षक बालकृष्ण झिटे ने आत्महत्या कर 10 दिन हुए. फिर भी धारणी पुलिस ने शाला के शिक्षकों के बयान दर्ज न करने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित हो रहा है. मुख्याध्यापक संदीप जयस्वाल, शिक्षक बालकृष्ण झिटे को पैसों की मांग करते थे. पैसे देने से इंकार करने पर जयस्वाल झिटे को तकलीफ देते थे. जिससे झिटे त्रस्त हुए थे. दिनों दिन मुख्याध्यापक की तकलीफ बढने से झिटे ने इस बाबत छोटे भाई व अन्य परिचित लोगों को बताया था. बावजूद इसके मुख्याध्यापक झिटे को त्रस्त करता था. बालकृष्ण झिटे हिराबंबई गांव को लगकर रहने वाले तालाब में 26 अगस्त को आत्महत्या की. इस घटना को 10 से 12 दिन हुए फिर भी धारणी पुलिस ने अभी तक इस मामले में अपराध दर्ज नहीं किया. मृतक बालकृष्ण झिटे के छोटे भाई गजानन झिटे ने दो दिन पहले धारणी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की थी. उस आधार पर पुलिस ने शाला के केवल दो कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है. अभी भी धारणी पुलिस ने अपराध दर्ज न करने से झिटे के रिश्तेदारों में रोष निर्माण हुआ है.