पुलिस ने 808 बंगालियों के दस्तावेज खंगाले
अब तक शहर में 131 जगहों पर दी गई दबिश

* आगे भी खोज अभियान जारी रहेगा, सीपी रेड्डी ने दी जानकारी
अमरावती/दि. 18 – शहर सहित जिले में बांग्लादेशीयों व रोहिंग्याओं के अवैध रुप से रहने को लेकर मचे हंगामे के बीच अमरावती शहर पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर शहर के कई व्यापारिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम करनेवाले परप्रांतिय मजदूरों की जांच-पडताल करनी शुरु की है. जिसके तहत अब तक 131 स्थानों पर दबिश देते हुए वहां काम करनेवाले 808 बंगाली भाषी मजदूरों को चिन्हीत किया गया. साथ ही उनके दस्तावेजों को खंगालते हुए उनके बारे में तमाम तरह की पडताल करनी शुरु की गई.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि, अब तक एमआईडीसी, बिझीलैंड, सिटीलैंड व सराफा परिसर में काम करनेवाले बंगाली भाषी मजदूरों को चिन्हींत करते हुए उनके दस्तावेजों की पडताल करने का काम किया गया. जिसके तहत सबसे पहले तो यह जानने का ही प्रयास किया गया कि, उनमें से कितनों के दस्तावेज किस तरीके से बने है. साथ ही साथ वे मजदूर जिन स्थानों से आए है, उन क्षेत्रों के प्रशासन से उन मजदूरों की नागरिकता को लेकर पुष्टि की जा रही है. इसके साथ ही इस अभियान की जानकारी विशेष जांच दल यानी एसआईटी को भी दी गई है.
इसके अलावा सीपी रेड्डी ने यह भी बताया कि, शहर पुलिस द्वारा शुरु किए गए इस अभियान की भनक लगते ही कई बांग्लाभाषी मजदूर अमरावती छोडकर बाहर निकल गए. जिनकी अब शहर पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है. इस पूरे काम के लिए एक विशेष टीम भी बनाई जा रही है. जो विशेष रुप से पश्चिम बंगाल जाएगी और वहां पर अमरावती में रह रहे 808 बंगाली भाषी लोगों के दस्तावेज संबंधित प्रशासन को सौंपकर इस बात का वेरीफिकेशन भी करवाएगी. यह लोग वाकई बंगाली ही है अथवा नहीं.