अमरावती प्रतिनिधि/दि.२५ – कोरोना महामारी के दौरान घोषित किये गए लॉकडाउन की अवधि में जहां पुलिस विभाग ने सडक पर उतरकर ड्युटी निभाते हुए लोगों को सुरक्षित घरों में रहने की सलाह देते हुए अपना कर्तव्य निभाया, लेकिन इस कर्तव्य में भी एक दाग पुलिस विभाग को लगा है. इसमें भी रिश्वतखोरी के दाग ने पुलिस विभाग का पीछा नहीं छोडा है. इस वर्ष भी लॉकडाउन में रिश्वतखोरी में पुलिस विभाग अव्वल रहा है.
यहां बता दें कि वर्ष 2019 की तुलना में इस वर्ष अमरावती संभाग के पांचों जिले के पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सबसे ज्यादा 24 मामले दर्ज किये गए है. जिसमें औसतन 4 से इजाफा हुआ है. वहीं रिश्वतखोरी के मामले में राजस्व विभाग भी दूसरे नंबर पर है. एसीबी के दल ने राजस्व विभाग के 17 अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले दर्ज किये है. बीते जनवरी से नवंबर 2020 तक इन 11 महिनों में अमरावती विभाग में एसीबी ने 81 जाल बिछाए, इनमें से 112 लोगों पर अपराध दर्ज किये गए. वहीं बीते वर्ष 12 महिनों में एसीबी दल ने विभाग में 103 जाल बिछाकर 140 रिश्वतखोरों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. इनमें राजस्व पुलिस विभाग के कर्मचारी, अधिकारियों के खिलाफ समसमान यानी प्रत्येक 20 जाल बिछाए गए थे. इनमें से 24 और 28 रिश्वतखोरों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गए थे, लेेकिन इस वर्ष 11 महिनों में पुलिस विभाग के 40 और राजस्व विभाग के 19 अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गए.
कोई भी रिश्वत मांगता है तो उन लोगों के खिलाफ एसीबी के पास शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाता है.
– गजानन पडघन, प्रभारी अपर पुलिस अधिक्षक, एसीबी