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पुलिस की सतर्कता से टला धार्मिक तनाव

ऐन दीपावली की शाम पैदा हुई थी झगडे-फसाद की स्थिति

* शहर के जिम्मेदारों व समझदारों की मध्यस्थता आयी काम

अमरावती/दि.5- गत रोज जब पूरा शहर दीपावली के उल्हास व उत्साह में सराबोर था, तब एक बेहद छोटी सी बात की वजह से शहर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो रही थी. किंतु सिटी कोतवाली पुलिस थाने की सतर्कता और शहर के कुछ जिम्मेदारों व समझदारों की मध्यस्थता के चलते स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया और दीपावली का पर्व बेहद शांतिपूर्ण तरीके से मना.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गत रोज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा शहर के सभी छोटे-बडे पटाखा विक्रेताओं के यहां जाकर देखा जा रहा था कि, कहीं देवी-देवताओं के छायाचित्रवाले पटाखे तो नहीं बेचे जा रहे. क्योेंकि इस तरह के पटाखों पर कानूनन प्रतिबंध लगाया गया है. इसी के तहत बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का जत्था शाम करीब 6.30 बजे जवाहर रोड परिसर स्थित मैक्स मॉल पहुंचा. जहां पर सडक किनारे एक व्यक्ति हाथगाडी पर पटाखों की फूटकर बिक्री कर रहा था और इस व्यक्ति की फूटकर दुकान में देवी-देवता के चित्रवाले पटाखे का पैकेट भी पाया गया. ऐसे में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तुरंत इसकी जानकारी सिटी कोतवाली पुलिस थाने को दी. लेकिन जब तक कोतवाली थाने का दल यहां पर पहुंचता, तब तक उस पटाखा विक्रेता ने उस पटाखे के पैकेट को होलसेलर के पास वापिस भिजवा दिया था. चूंकि यह पटाखा विक्रेता समूदाय विशेष से वास्ता रखता है. अत: छोटी सी बात रहने के बावजूद यहां पर दोनों ओर के लोगों का जमावडा लगना शुरू हो गया और हालात कुछ हद तक तनावपूर्ण भी होते चले गये. पश्चात पुलिस ने जैसे ही इस पटाखा विक्रेता को पूछताछ हेतु अपने साथ थाने चलने कहा, वैसे ही मौके पर उपस्थित कई लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और इस फूटकर पटाखा विक्रेता की बजाय होलसेलर व पटाखा उत्पादक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात की जाने लगी. लेकिन इसके बावजूद हालात को संभालने के लिए पुलिस उस पटाखा विक्रेता को अपने साथ थाने ले आयी. लेकिन यहां पर भी दोनों ओर के लोगों का हुजूम उमड गया. इस समय हुजूम में शामिल कई लोग जहां हालात को बिगाडने हेतु लोगों को उकसाने का प्रयास कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर कई समझदार व जिम्मेदार लोग हालात को संभालने के लिए सभी को समझाने का प्रयास कर रहे थे. साथ ही साथ सिटी कोतवाली पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क थी. ऐसे ही तमाम प्रयासों के चलते अंतत: रात करीब 9 से 9.15 बजे तक हालात नियंत्रित हुए और दोनों ओर के लोगबाग शांत होकर अपने घर लौटे. जिसके बाद सभी लोगों ने राहत की सांस ली.

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