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शिवमहापुराण कथा के चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर

1200 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की रहेगी पूरा समय तैनाती

* सुरक्षा हेतु किए जा रहे व्यापक इंतजाम, 800 महिला-पुरुष होमगार्ड भी किए जाएंगे तैनात
* कथा स्थल परिसर में बनेगा पुलिस कंट्रोल रुम, पूरे परिसर में लगेंगे 300 सीसीटीवी कैमरे
अमरावती/दि.12 – आगामी 16 से 20 दिसंबर तक हनुमान गढी में आयोजित होने जा रही शिवमहापुराण कथा में उमडने वाली भाविक श्रद्धालुओं की भारी भरकम संख्या और 5 दिनों के दौरान परिसर में रहने वाली भीडभाड के मद्देनजर शहर पुलिस द्वारा इस परिसर में कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और सुरक्षा के इंतजाम करने हेतु तमाम आवश्यक नियोजन किए जा रहे है. जिसके तहत इस परिसर में 15 दिसंबर से ही शहर पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती कर दी जाएगी और अलग-अलग क्षेत्र में पूरा समय 1200 पुलिस कर्मियों की हनुमान गढी परिसर सहित 14 किमी के दायरे में तैनाती रहेगी. पुलिस कर्मियों के साथ ही इस पूरे परिसर में 800 महिला व पुरुष होमगार्ड भी तैनात किए जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि, आगामी 15 दिसंबर को निकलने वाली भव्य मंगल कलश यात्रा तथा 16 दिसंबर से शुरु होने जा रही शिवमहापुराण कथा के आयोजन को ध्यान में रखते हुए शहर पुलिस द्वारा आयोजन के दौरान संबंधित मार्गों पर यातायात को सुचारु रखने तथा आयोजन दौरान कानून व व्यवस्था की स्थिति को अबाधित रखने के संदर्भ में तमाम आवश्यक नियोजन किए जा रहे है. जिसके तहत शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी द्वारा अब तक आयोजकों से कई दौर की चर्चा हो चुकी है तथा सीपी रेड्डी ने खुद अपने मातहत अधिकारियों के साथ मिलकर मंगल कलश यात्रा के नियोजित मार्ग और शिवमहापुराण कथा के आयोजन स्थल का दौरा किया है. साथ ही आज दोपहर भी सीपी रेड्डी ने शहर पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल एवं राजापेठ पुलिस स्टेशन की थानेदार सीमा दातालकर को हनुमान गढी परिसर का मुआयना करने हेतु भेजा. इसके अलावा शाम 4 बजे खुद सीपी रेड्डी ने भी कथास्थल सहित पूरे परिसर का निरीक्षण करते हुए क्षेत्र में पुलिस की तैनाती के बारे में नियोजन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए.
इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल को विशेष तौर पर जानकारी देते हुए सीपी रेड्डी ने बताया कि, आयोजन स्थल पर 10 लाख लोगों की मौजूदगी को देखते हुए किसी भी आपात एवं अप्रिय स्थिति से निपटने व ऐसी स्थिति को टालने हेतु भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसके तहत आयोजन स्थल पर कथास्थल के ठीक सामने 6 फीट की उंचाई पर 40 बाय 60 फीट क्षेत्रफल वाला पुलिस कंट्रोल रुम बनाया जा रहा है और पूरे परिसर में 2 वॉच टॉवर, 12 मदद केंद्र एवं 300 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. इन सभी सीसीटीवी कैमरों के जरिए पुलिस कंट्रोल रुम द्वारा पूरे परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. इसके अलावा रात के समय पूरे परिसर पर नजर रखने हेतु आयोजन स्थल के चारों ओर 25 स्थानों पर टॉवर लाइट लगाए जा रहे हैं, जिसके चलते रात के समय पूरा परिसर रोशनी से नहाया रहेगा. इसके अलावा इस परिसर सहित परिसर के चारो ओर करीब 1200 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों सहित 800 होमगार्ड की तैनाती रहेगी, जो कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के साथ ही इस परिसर में वाहनों की आवाजाही को सुचारु रखने का भी काम करेंगे.
सीपी रेड्डी ने यह भी बताया कि, दस्तूर नगर चौक स्थित गोरक्षण से लेकर कथास्थल तक और कथास्थल से बाहर निकलने वाले रास्तों पर पुलसि की ड्यूटी लगाने हेतु फिक्स प्वॉईंट तय कर लिए गए है तथा किस प्वॉईंट पर कितने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी और यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने हेतु यातायात शाखा के कितने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. इसका नियोजन आज शाम तक कर लिया जाएगा. जिसके बारे में कल सुबह अधिसूचना जारी करते हुए जानकारी दी जाएगी.

* जगह-जगह लगाए जाएंगे सूचना फलक
– महंगे आभूषण व वस्तुएं साथ नहीं लाने का आवाहन
इसके साथ ही सीपी रेड्डी ने शिवमहापुराण कथा में शामिल होने वाले भाविकों से विशेष तौर पर आवाहन किया कि, वे कथा में शामिल होने हेतु आते समय अपने साथ कोई महंगे आभूषण व वस्तुएं न लाए. ऐसे आयोजनों के दौरान भीडभाड का फायदा उठाने हेतु जेबकतरों, उठाईगिरों व चोर-उचक्कों की टोलियां सक्रिय रहती है. यह ऐसे आयोजनों को लेकर अब तक का अनुभव रहा है. ऐसे में यद्यपि पुलिस द्वारा अपनी ओर से तमाम इंतजाम किए जा रहे है. परंतु लोगों ने भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. इस बात के मद्देनजर कथास्थल परिसर सहित दस्तूर नगर से हनुमान गढी तक जगह-जगह पर शहर पुलिस द्वारा जनजागृति के संदेश वाले फलक भी लगाए जाएंगे. जिनमें सभी भाविकों के लिए सावधानी व सतर्कता बरतने हेतु मार्गदर्शक दिशा-निर्देश लिखे होंगे. इन दिशा-निर्देशों का सभी भाविकों ने पालन करना चाहिए, ताकि संभावित नुकसान को टाला जा सके और आयोजन भक्तिभाव वाले वातावरण में शांतिपूर्ण तरीके से निपट सके.

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