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‘विक्की’ की गुटखा तस्करी में राजनीतिक गुंडे व तडीपार भी!

मध्यप्रदेश व गुजरात से लायी जाती है प्रतिबंधित गुटखे की खेप

* समूचे जिले में सब डिलर्स का तैयार किया है नेटवर्क
अमरावती/दि.15– गुटखा बंदी के बावजूद भी खुलेआम तरीके से धडल्ले के साथ गुटखे की बिक्री होती है. यह बात अब किसी से भी छीपी हुई नहीं है. इसमें भी अमरावती विगत लंबे समय से गुटखा तस्करी का एक बडा केंद्र बना हुआ है और अब पता चला है कि, यहां से ‘विक्की’ नामक शख्स बडे पैमाने पर अमरावती शहर व जिले सहित दूरदराज के क्षेत्रों तक गुटखे की आपूर्ति करता है. वहीं अब यह भी जानकारी सामने आयी है कि, ‘विक्की’ द्वारा की जाती गुटखा तस्करी में राजनीतिक अभय प्राप्त गुंडों और कुछ तडीपारों का बडे पैमाने पर सहभाग है. जिसके चलते भविष्य में यह पुलिस के लिए कानून व व्यवस्था की दृष्टि से काफी खतरनाक साबित हो सकता है. किंतु गुटखा तस्करी के व्यवसाय से जुडे आर्थिक फायदों की वजह से इन सभी लोगोें को राजनीतिक वरदहस्त प्राप्त है. जिसके चलते पुलिस व एफडीए द्वारा बेहद संभलकर संतुलित भूमिका अपनायी जा रही है.
गुटखा तस्करी के व्यवसाय में लिप्त ‘विक्की’ नामक शख्स कौन है, यह शहर में लगभग सभी सर्वसामान्य लोगों को पता है. किंतु गुटखा तस्करी के जरिये हर दिन करोड-दो करोड रूपयोें का आर्थिक लेन-देन करनेवाले ‘विक्की’ नामक शख्स के बारे में पुलिस के पास कोई जानकारी दर्ज नहीं है. जिससे जनसामान्यों में काफी हद तक संदेह व संभ्रम देखा जा रहा है. बता दें कि, विगत 3 मार्च को अंजनगांव सूर्जी पुलिस द्वारा बडे पैमाने पर गुटखा पकडा गया. किंतु इस मामले में ‘विक्की’ को आरोपी बनाने की बजाय उसे सुरक्षित रूप से मामले से अलग कर दिया गया. ऐसे में सवाल उठता है कि, आखिर यह ‘विक्की’ कौन है और उसके राजनीतिक संबंध कहां-कहां तक व किस-किस से है. पता चला है कि, हॉट, बहार, पराग व विमल जैसे गुटखों में ‘विक्की’ की ‘मोनोपली’ है और उसने गुटखा तस्करी के लिए राजनीतिक क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले कुछ अपराधिक तत्वों तथा तडीपारों को सब डिलर के तौर पर नियुक्त किया है. ‘विक्की’ द्वारा मध्यप्रदेश व गुजरात से गुटखे की खेप मंगाकर उसकी पूरे जिले में आपूर्ति की जाती है. ‘विक्की’ ने अमरावती शहर के बीचोंबीच गुटखा बिक्री की दुकान खोल रखी है, जहां से उसका गुटखा बिक्री का नेटवर्क चलता है. इस काम में उसे बिलाल, इमरान व आसीफ जैसे राजनीतिक आशिर्वाद प्राप्त अपराधिक तत्वों का पूरा सहयोग भी मिलता है.

* एफडीए विभाग हुआ अपंग
समूचे विदर्भ क्षेत्र में अमरावती गुटखा बिक्री का सबसे बडा केंद्र बन चुका है. किंतु यहां पर होनेवाली कार्रवाईयां बेहद नगण्य है. अन्न व औषधी प्रशासन विभाग के पास कार्रवाई करने के आवश्यक मनुष्यबल की काफी हद तक कमी है. वहीं दूसरी ओर गुटखा तस्करी के नेटवर्क को जब अमरावती जिले में पुलिस महकमा नहीं रोक पाया, तो एफडीए इसमें क्या कर लेगी. वहीं अब गुटखा तस्करी को लेकर ‘पॉलीटिकल वॉर’ शुरू हो गया है. जिसका असर बहुत जल्द महानगरपालिका व जिला परिषद के चुनाव में साफ तौर पर दिखाई देगा.

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