अमरावती

बच्चु कडू के इर्द-गिर्द केंद्रित हुई राजनीति

बयानों और मंत्री पद की इच्छा को लेकर लगातार चर्चा में हैं बच्चु

अमरावती- दि.28 विगत कुछ समय से पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू लगातार चर्चाओं में चल रहे है. एक ओर तो विधायक बच्चु कडू की चर्चा शिंदे सरकार में मंत्री पद मिलने को लेकर चल रही है. वही दूसरी ओर विगत कुछ दिनों से उनकी राणा दम्पति के साथ अदावत चल रही है. जिसके चलते दोनों ओर से जमकर आरोप-प्रत्यारोप किये जा रहे है. ऐसे में बच्चु कडू को लेकर अमरावती सहित समूचे राज्य स्तर पर राजनीति गरमायी हुई है और उनके राजनीतिक भविष्य के संदर्भ में चर्चाओं का बाजार बेहद गर्म है.

* हमसे माफी मांगे बच्चु कडू
– तृतीयपंथी समाज की नेता शामिभा ने उठाई मांग
– ‘हिजडा’ वाले बयान को लेकर जताई आपत्ति
उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों विधायक रवि राणा ने आरोप लगाया था कि, महाविकास आघाडी सरकार के खिलाफ बगावत करते समय गुवाहाटी जाने के लिए विधायक बच्चु कडू ने 50 करोड रूपये लिये थे. जिस पर पलटवार करते हुए विधायक बच्चु कडू ने कहा था कि, विधायक रवि राणा अपने इस आरोप को साबित करे और यदि ऐसा नहीं होता है, तो वे विधायक रवि राणा को ‘हिजडा’ घोषित करेंगे. इस बयान को लेकर तृतीयपंथी समाज में काफी तीखी प्रतिक्रिया दिखाई दे रही है. तृतीयपंथी समाज की नेता शामिभा पाटील उर्फ मीना भानुदास पाटील ने विधायक बच्चु कडू के इस बयान पर अपनी कडी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि, एक विधायक को इस तरह की भाषा का प्रयोग करना शोभा नहीं देता और उन्हें तृतीयपंथियों का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है.
शामिभा पाटील ने एक टीवी न्यूज चैनल के साथ बातचीत करते हुए कहा कि, खुद विधायक बच्चु कडू भी विधान मंडल द्वारा स्थापित तृतीयपंथी कल्याण अधिकार बोर्ड के मानद सदस्य है और उन्हें यह पता होना चाहिए कि, हम हिजडे कभी किसी की पीठ में खंजर नहीं घोंपते, किसी के साथ धोखा नहीं करते, गलत समझौते नहीं करते, बल्कि पूरे इमान व ऐतबार से जीवन जीते है. तृतीयपंथियों ने विगत पांच हजार वर्षों में कभी किसी के साथ दगाबाजी नहीं की, बल्कि इमानदारी के साथ अपनी सांस्कृतिक परंपरा को कायम रखते हुए भिक्षुकी जीवन जी रहे है. ऐसे में अगर विधायक बच्चु कडू हमारा सम्मान नहीं कर सकते, तो उन्होंने हमारा अपमान भी नहीं करना चाहिए. विधायक बच्चु कडू ने हिजडा शब्द का प्रयोग उपरोधात्मक पध्दति और गाली के तौर पर किया है, जो कि पूरी तरह से गलत है. अत: उन्हें इसके लिए पूरे किन्नर समाज से तुरंत माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा किन्नर समाज द्वारा विधायक बच्चु कडू के नाम कानूनी नोटीस जारी की जायेगी.

* संवेदनशील नेता है बच्चु कडू
– सांसद सुप्रिया सुले आयी समर्थन में आगे
वही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेत्री तथा सांसद सुप्रिया सुले ने पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू को एक बेहद संवेदनशील नेता बताया है और उन्होंने एक तरह से विधायक बच्चु कडू की भूमिका का समर्थन भी किया है.
गत रोज मुंबई में पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि, खुद उन्होंने राज्य में सत्ता परिवर्तन को लेकर मचे घमासान के बीच गुवाहाटी जानेवाले विधायकों पर 50-50 करोड रूपये लेने के संदर्भ में आरोप लगाया था, उस समय किसी ने भी इस आरोप इन्कार नहीं किया था. इससे उलट ‘ईडी’ सरकार के कुछ मंत्रियों ने हम से पलटकर पूछा था कि, क्या तुम्हें भी 50 ‘खोके’ चाहिए है, यह एक तरह से आरोपों पर मूहर लगने की तरह था. जिसके बाद इस विषय को लेकर समूचे राज्य के नागरिकों में चर्चा शुरू हो गई और 50 ‘खोके’ को लेकर जनता में संदेह व्याप्त हो गया. लेकिन विधायक रवि राणा द्वारा सीधे तौर पर नाम लेकर आरोप लगाने के बाद विधायक बच्चु कडू ने जिस तरह से पलटवार करते हुए इसे लेकर सबूत पेश करने हेतु कहा. उससे उनकी प्रामाणिकता व संवेदनशीलता दिखाई देती है और उन्हें इस बात की खुशी है कि, राज्य में अब भी बच्चु कडू जैसा प्रामाणिक और संवेदनशील नेता है.

* प्रेमभंग व विश्वासघात का शिकार हुए बच्चु कडू
– सेना नेत्री सुषमा अंधारे का कथन
उधर इन दिनों अपने बयानों को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में जमकर सनसनी मचानेवाली उध्दव ठाकरे गुटवाली शिवसेना नेत्री सुषमा अंधारे ने कहा कि, महाविकास आघाडी सरकार में बच्चु कडू को राज्यमंत्री के तौर पर सम्मान मिला था, लेकिन नई सरकार उनकी कोई कीमत ही नहीं बची. बच्चु कडू ने अपना स्वाभिमान गिरवी रखते हुए मंत्री पद के लिए शिंदे गुट के साथ समझौता किया, लेकिन उनके साथ विश्वासघात किया गया. जिसके चलते आज उनका शिंदे व फडणवीस से प्रेमभंग हो गया है.
उस्मानाबाद में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए सुषमा अंधारे ने कहा कि, शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा किये गये व्यवहार की वजह से विधायक बच्चु कडू की राजनीतिक व सामाजिक प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है. ऐसे में शिंदे गुट के साथ जाकर विधायक बच्चु कडू एक तरह से नुकसान में रहे.

* गलतफहमी के चलते बच्चु कडू व राणा के बीच विवाद
– भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने दी संतुलीत प्रतिक्रिया
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व विधायक चंद्रशेखर बावनकुले ने विधायकद्वय बच्चु कडू व रवि राणा के बीच चल रहे विवाद को लेकर बेहद संतुलीत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, दोनों ही अपने आप में बेहद समझदार नेता है और दोनों की अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पकड भी है. ऐसे में शायद इन दोनों विधायकों के बीच आपस में कोई गलतफहमी पैदा हो गई है. जिसकी वजह से यह पूरा मामला गरमाया हुआ है. साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने यह भी कहा कि, बहुत जल्द राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों विधायकों को एकसाथ बिठाकर उनके बीच चल रहे विवाद को खत्म करवायेंगे.
उल्लेखनीय है कि, शिंदे सरकार को समर्थन देनेवाले विधायक बच्चु कडू ने गत रोज ही नागपुर में पत्रकार परिषद बुलाते हुए ऐलान किया था कि, अगर उनके और विधायक रवि राणा के बीच

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