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अधिक मास में दामाद को अनारसे की भेंट

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परतवाड़ा/दि.2- अधिक मास को धोेंडे के महीने के रुप में पहचाना जाता है. दर तीन वर्ष बाद यह अधिक मास आता है इस महीने में ससुराल में दामाद का आदरातिथ्य किया जाता है. नव विवाहित जोड़ियों के लिए यह महीना सर्वाधित विशेष होता है. दामाद को घी में तले हुए 33 अनारसे देने की प्रथा है. लेकिन घी में तले हुए अनारसों की कीमत में भारी वृद्धि होने के कारण अनारसे कैसे दिए जाए, ऐसा प्रश्न ससुरालियों के सामने उपस्थित हुआ है. इस महीने में बेटी व दामाद को माता-पिता भोजन के लिए घर पर बुलाते हैं. पंच पकवान कर उनका सम्मान किया जाता है.
धोंडे के महीने में दान का महत्व है. दामाद को सोने, चांदी के धोंडे दिए जाते हैं. चांदी की भेंटवस्तु दी जाती है. चांदी यह अत्यंत पवित्र एवं सात्विक धातू मानी जाती है. चांदी का दिया दामाद को दिया जाता है.
* घी में तले अनारसे 1200 रुपए किलो
मांग के अनुसार अनारसे की आपूर्ति की जाती है. अनेक को शुद्ध घी में तले हुए अनारसे चाहिए. एक किलो (33 अनारसे) के लिए 1200 रुपए गिनने पड़ते हैं.
* तेल में तले अनारसे 600 रुपए किलो
अनेक लोग तेल में तैयार किए अनारसे खाना पसंद करते हैं. तेल में तले हुए 33 अनारसे हेतु एक किलो के लिए 600 रुपए देने पड़ते हैं. वहीं वनस्पती तेल, डालडे में तले हुए अनारसे 350 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचे जाते हैं.
* अनारसे- मैसूरपाक 20 प्रतिशत हुआ महंगा
गत वर्ष की तुलना में अनारसे, मैसूरपाक की कीमतों में 20 प्रतिशत वृद्धि हुई है. तेल, घी व लगने वाले पदार्थों में दरवृद्धि के कारण यह वृद्धि हुई है.

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