आंगनवाड़ियों में दिया जा रहा है निकृष्ट दर्जे का आहार
शासन को लेकर नागरिकों में नाराजगी
अचलपुर/दि.03– शहर की अनेक आंगनवाड़ियों में इन दीनों में निकृष्ठ दर्जे का आहार दिए जाने से यह आहार बच्चों के खाने के भी काम में नहीं आ रहा. जिसके कारण नागरिकों में भारी रोष देखा जा रहा है. मनमर्जी के मुताबिक इस समय आहार दिए जाने की चर्चा भी जोरों पर चल रही हैं. पहले आंगनवाड़ी के माध्यम से छोटे बच्चों के लिए आहार के पैकेट दिए जाते थे. जिसमें चना, शक्कर, मसूर दाल, हल्दी-मिर्ची, गेहूं, नमक दिया जाता था. जो बच्चो के खाने में आ जाता था. लेकिन इस बार मन मुताबिक निष्कृष्ट दर्जे का आहार देने से पालकवर्ग में नाराजगी देखी जा सकती है.
शहर के पालकों के अनुसार आंगनवाडियों में आने वाला पोषण आहार अब मन मर्जी मुताबिक निकृष्ट दर्जे की मूंग दाल खिचड़ी, तुवर दाल खिचड़ी, सिरा पैकेट दिया जा रहा है. जो जानवरों के खाने के लायक भी नहीं समझा जा रहा. आंगनवाड़ियों में आने वाले इस आहार को लेने वाले सरकार को कोस रहे हैं. बच्चों को पौष्टिक आहार मिले, इसके लिए शासन ने प्रयत्न करने चाहिए. लेकिन महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस तरह से निकृष्ट दर्जे का आहार देखकर बच्चों की तबीयत को और भी खराब करने का कार्य किए जाने की चर्चाएं जोरों पर चल रही है. आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे पर भी सर्व प्रथम कौन सा प्रतिनिधि चर्चा करेगा? ऐसा सवाल भी अचलपुर-पतरवाडा शहर के नागरिकों के सामने आ रहा है. वही नागरिकों की ओर से अधिकारी व जनप्रतिनिधि व्दारा इस ओर ध्यान देने की मांग भी उठाई जा रही है.