चांदूरबाजार में पूर्णा नदी उफान पर, तट पर बसने वालों को किया अलर्ट
तहसील में बारिश का कहर, जनजीवन प्रभावित
* शहर का यातायात पूरी तरह ठप रहा
चांदूर बाजार/दि.22- विगत 3 दिनों से समूचे संभाग मे जोरदार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है तो वही फसलो को भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है. शुरुआत में जहां एक ओर बारिश होने के चलते किसानों के चेहरे खिल उठे थे अब वही बारिश के भयंकर रूप से किसानो की परेशानियां बढ गई है. आज दोपहर एक बजे से तहसील मे जोरदार बिजली की गड़गड़ाहट के साथ मेघ जमकर बरसे. धुआंधार बारिश के कारण शहर का यातायात पूरी तरह ठप्प रहा तो वही रास्ते सुनसान होने के चलते व्यापार भी प्रभावित रहा. मूसलाधार बारिश से पूर्णा नदी उफान पर है. नदी तट पर बसने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है.
बता दे कि शहर मे ग्रामीण भागो से प्रतिदिन हजारो लोग आते है जिसके कारण शहर का व्यापार और यातायात चलता है लेकिन चहुं ओर मूसलाधार बारिश के चलते शहर के रास्ते सुनसान दिखाई दिए.शालाओं मे विद्यार्थियो की गैरहाजरीविगत तीन दिनो से मौसम के बदलते मिजाज और बारिश के चलते सरकारी व निजी शालाओ में विद्यार्थियो की गैरहाजरी देखने को मिली, शहर मे ग्रामीण भागों से हजारो विद्यार्थी आते है लेकिन कई जगहो के रास्ते बंद होने और बारिश के चलते विद्यार्थियो की हाजरी पर काफी असर पडा है.ब्राह्मणवाडा थडी मार्ग बंदपूर्णा नदी ब्राह्मणवाडा थडी से होकर गुजरती है.अब जबकि नदी में पूर्णा प्रकल्प से पानी छोडा जा रहा है तब ब्राह्मणवाडा थडी के मुख्य मार्ग के पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है ऐसे मे सिरजगांव कस्बा, करजगांव, खरपी, कोठारा, मुक्तागिरी, परतवाडा जैसे जगहों के लिए यातायात पूरी तरह ठप हो चुका है.
* तट पर बसने वालों को किया अलर्ट
महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर बसे पूर्णा प्रकल्प के 5 दरवाजो से पानी छोड़ा जा रहा है ऐसे मे पूर्णा नदी उफान पर है, बारिश जारी रही तो अधिक दरवाजे खोले जा सकते है, मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन द्वारा नदी के तट पर बसने वालो को अलर्ट किया गया है.
* तेज बहाव से पुल टूटा
ब्राह्मणवाडा थडी मे प्रकल्प से छोडे जा रहे पानी के तेज बहाव के चलते मुख्य मार्ग का एक तरफ का पुल टूट चुका है, फिलहाल बाढ के कारण तो यातायात ठप है ही लेकिन नदी का जलस्तर कम होने के बाद क्या स्थिति बनती है ये स्पष्ट नहीं.
आज सुबह से ही संभाग और मध्यप्रदेश मे तेज बारिश के कारण पूर्णा प्रकल्प मे पानी की आवक तेजी से होने लगी जिसे देखते हुए बांध के 9 में से 5 दरवाजों को 15 सिमी खोल कर 51.24 घ.मी.प्र.से. से पूर्णा नदी मे पानी छोड़ा जा रहा है. विगत 24 घंटो में विश्रोली में 18 मीमी, सावलमेंढा मे 40 मीमी, भैसदेही मे 30 मीमी और बापजई में 20 मीमी बारिश दर्ज की गई है.
फिर नही जागा प्रशासन
विगत वर्ष शहर मे हुई तबाही को पीड़ित परिवार आज तक नही भूल पाए है, लेकिन स्तिथि आज भी जैसी की वैसी बनी हुई है, विगत 3 दिन पहले हुई बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर चुका था, इसका मुख्य कारण शहर की नालियों से पानी की निकासी में समस्या पैदा होना है, विगत 3 दिन पहले प्रशासन सतर्क हुआ था लेकिन फिर वही रात गई बात गई वाली प्रस्तिथि देखने मिली, आज तेज बारिश के कारण शहर के काजी पूरा, धर्माल पूरा, शनि मंदिर परिसर सहित अन्य इलाकों मे नालियों के पानी से रास्ते तालाब में बदल गए थे.
बाढ में बही फसलें
तहसील के दिलालपुर, माधान, ब्राह्मणवाडा थडी, खरवाडी के कई खेतों में बोई फसल पूरी तरह बह गया है. बारिश के कारण संतरा, तुवर कपास जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. माधान के नाले को आई बाढ से फसल बह जाने से किसानों को भारी नुकसान झेलना पडा. नुकसान का जायजा लेकर जल्द की प्रशासन से मदद की गुहार नुकसानग्रस्त किसानों ने लगाई है.