अमरावती

पीओपी गणेश मूर्ति बनाने पर पाबंदी लगाये

कुंभार मिट्टीकला सुधार समिति का जिलाधिकारी को निवेदन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – कुछ ही महीनों पर गणेशोत्सव आ रहे है और हर वर्ष ही मिट्टी से बनी हुई गणेश मूर्ति की तुलना में प्लॉस्टर ऑफ पैरिस (पीओपी) से बनी हुई मूर्तियों की संख्या ज्यादा रहती है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर राज्य सरकार ने पीओपी से बनी मूर्तियों पर पाबंदी लगाई है. अमरावती मनपा क्षेत्र के ७० से ८० प्रतिशत मूर्तिकार मिट्टी से गणेश मूर्ति तैयार करते है. किंतु २० से ३० प्रतिशत मूर्तिकार जो पीओपी की मूर्तिया बनाते है उन पर मनपा की ओर से योग्य कार्रवाई की नहीं किए जाने से पीओपी मूर्तिकारों का मनोबल बढता जा रहा है. जिससे ८० प्रतिशत मिट्टी से गणेश मूर्ति तैयार करनेवाले मूर्तिकारों के मन में भय का माहौल निर्माण हुआ है. यह मूर्तिकार धीरे धीरे पीओपी की ओर मुड रहे है. इस कारण शासन निर्णय की धज्जियां उड रही है. आज कुंभार मिट्टी कला सुधार समिति की ओर से जिलाधिकारी को इस बारे में निवेदन सौंपा गया और पीओपी गणेश मूर्ति बनाने वालों पर पाबंदी लगाने की मांग की गई. इस समय समिति के अध्यक्ष प्रभाकर रोतले, सचिव कैलाश रोतले, संदीप कालकर के साथ ही चरण उचाडे, दिलीप नांदुरकर, अनिल महानकर, मारूति गुजरे, शुभम मुंदरे, प्रमोद रोतले, नितीन घाटोले, जीवन गुजरे आदि उपस्थित थे.

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