अमरावती

सडकों पर आवारा मवेशियों से दुर्घटना की संभावना

यातायात के लिए भी होती है परेशानी

* मनपा प्रशासन की अनदेखी
अमरावती/दि.26– शहर के मुख्य मार्गो समेत जगह-जगह पर ठिया जमाकर बैठनेवाले आवारा मवेशियों के कारण शहर के अनेक मार्गो के यातायात में दुविधा निर्माण हो रही है. सडक घेरकर बैठे मवेशियों के कारण दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है. ऐसे में कोई दुर्घटना होने पर कोई मवेशी भी घायल हो सकते है. इन आवारा मवेशियों को पकडने के लिए मनपा का पशु विभाग है. यह विभाग कभी-कभी मवेशियों को पकडने की कार्रवाई कर पशु पालकों से जुर्माना वसूल करता दिखाई देता है. लेकिन लगातार कार्रवाई न होने से मवेशी सडकों पर बडी संख्या में दिखाई देते हैं.
शहर के पशु पालक अपने मवेशियों को बेवजह खुला छोड देते हैं. रात के समय इन मवेशियों को अपने घर अथवा तबले में ले जाया जाता है. अमरावती मनपा क्षेत्र में कोई भी कोठा (गधाघाट) नहीं है. इस कारण मनपा व्दारा इन आवारा मवेशियों को पकडने के बाद गौरक्षण भेजा जाता है. शहर की आबादी बढती गई और विस्तार भी हुआ. लेकिन मनपा ने आवारा मवेशियों को पकडने के बाद उसे कैद रखने की व्यवस्था नहीं की. इस कारण अनेक बार मनपा अधिकारी व कर्मचारियों व्दारा कार्रवाई किए जाने पर पशुपालक उनके पास से अपने मवेशी जबरदस्ती झपटकर ले जाते हैं. बारिश के दिनों में मनपा के पशु विभाग व्दारा कोई कार्रवाई न होने से मवेशी अब शहर की विभिन्न मार्गो पर बीच में बैठे दिखाई देते हैं. इस कारण यातायात बाधित होने का प्रमाण भी बढ गया है. राजापेठ, कंवनगर, शंकरनगर, गर्ल्स हाईस्कूल चौक आदि मार्गो पर वाहनों की आवाजाही काफी रहती है. इन मार्गो पर दोनों तरफ से सब्जी और फल विक्र्रेताओं की गाडियां भी लगी रहती हैं. इन स्थानों पर आवारा मवेशी बडी संख्या में दिखाई देते हैं. इसके अलावा शहर के जड वाहनों के यातायात वाले रिंगरोड पर भी मवेशी बीच सडक पर बडी संख्या में बैठे दिखाई देते हैं. इस मार्ग पर जड वाहन लगातार दौडते रहने और उनकी वाहनों की रफ्तार तेज रहने से आवारा मवेशी वाहन दुर्घटना में जख्मी भी हो सकते हैं.
* की जाती है कार्रवाई
शहर की सडकों पर घूमनेवाले आवारा मवेशियों को मनपा के पशु विभाग व्दारा पकडा जाता है. मवेशी पकडने के बाद पशु पालक से जुर्माना वसूल किया जाता है.
– डॉ. सचिन बोंद्र्रे,
सहायक पशु वैद्यकीय अधिकारी मनपा

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