जिला परिषद के तीन सर्कल में उपचुनाव की संभावना खत्म
तकनीकी दिक्कतों के चलते पंस के दो निर्वाचन क्षेत्रों के उपचुनाव भी लटके
अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – जिला परिषद सदस्य रहनेवाले देवेेंद्र भूयार व बलवंत वानखडे के विधायक निर्वाचित होने तथा सभापति रहनेवाली प्रियंका दगडकर का निधन हो जाने की वजह से रिक्त हुई जिला परिषद की तीन सीटों हेतु उपचुनाव लिया जाना था. किंतु अब इन तीनों सर्कल में उपचुनाव लिये जाने की संभावना लगभग खत्म होती दिखाई दे रही है और अन्य सर्कल के साथ इन तीनों सर्कल में अब आम चुनाव ही लिये जा सकते है. यही स्थिति अमरावती व अचलपुर तहसील की दो पंचायत समितियों में भी है. जहां के दो निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव लिये जाने की संभावना लगभग खत्म हो गई है, क्योंकि आगामी वर्ष के 13 और 20 मार्च को जिला परिषद व पंचायत समितियों का कार्यकाल ही खत्म होने जा रहा है. ऐसे में उपचुनाव लेने की बजाय अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के साथ अब सीधे सार्वजनिक चुनाव ही लिये जायेंगें.
जानकारी के मुताबिक इस बारे में जल्द ही औपचारिक घोषणा की जायेगी और अब इन पांचों निर्वाचन क्षेत्रों में अब सीधे आम चुनाव ही लिये जायेंगे. जिसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जिला प्रशासन से जानकारी मंगायी गई है और जिला प्रशासन द्वारा भी यह जानकारी भेजने की तैयारी शुरू की गई है. निर्वाचन आयोग के प्रचलित नियमानुसार पिछले निर्वाचन की कालावधि खत्म होने से छह माह पूर्व नये चुनाव की तैयारी की जाती है. ऐसे में अगले वर्ष मार्च माह में होनेवाले आम चुनाव की तैयारी आगामी अगस्त माह से शुरू हो जायेगी. अत: जिप के तीन और पंस के दो निर्वाचन क्षेत्रों में अल्प अवधि के लिए उपचुनाव लिये जाने की संभावना बेहद क्षीण हो गई है.
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एक माह में कैसे होंगे उपचुनाव
आम चुनाव की तैयारी संबंधित सभागृह का कार्यकाल खत्म होने से छह माह पूर्व शुरू की जाती है. अमरावती जिप व पंस का कार्यकाल आगामी मार्च 2020 में खत्म होने जा रहा है. ऐसे में अगस्त माह से जिप व पंस के आमचुनाव की तैयारियां शुरू की जायेगी. ऐसे में अगस्त माह से पहले उपचुनाव लेना अपरिहार्य होगा. किंतु अब भी कोविड संक्रमण काल खत्म नहीं हुआ है. यदि कोविड का खतरा जुलाई माह में खत्म होता है, तो भी एक माह के भीतर उपचुनाव की तैयारी करना संभव नहीं है. ऐसे में उपचुनाव को टालते हुए सीधे अन्य सीटों के साथ-साथ रिक्त सीटों के लिए भी आमचुनाव कराये जायेंगे.
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अक्तूबर 2019 से रिक्त है जिप की दो सीटेें
बता दें कि, अक्तूबर 2019 में विधानसभा का चुनाव हुआ था. जिसमें जिप सदस्य रहनेवाले बलवंत वानखडे दर्यापुर तथा देवेंद्र भूयार मोर्शी-वरूड निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे. ऐसे में जिला परिषद के गायवाडी व बेनोडा सर्कल की सीट रिक्त हो गई थी. जिसके बाद उम्मीद थी कि, इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराये जायेंगे. किंतु राज्य में नई सरकार का गठन होते ही कोविड संक्रमण काल शुरू हो गया और सभी चुनावों को आगे स्थगित कर दिया गया. इसी दौरान 19 जनवरी 2021 को सभापति प्रियंका दगडकर का निधन हो जाने के चलते जिप के देवगांव सर्कल की सीट भी रिक्त हो गई. जहां पर उपचुनाव कराया जाना था. इसके अलावा अमरावती व अचलपुर पंचायत समिती के भी दो निर्वाचन क्षेत्रों की सीटें रिक्त है. जहां उपचुनाव लेना प्रस्तावित था. किंतु इन सभी सीटों पर अब शायद उपचुनाव कराने की बजाय सीधे आम चुनाव ही कराये जायेंगे.
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आगे क्या होगा
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक इस समय उपचुनाव कराने के लिए आवश्यक अनुकूल वातावरण नहीं है और बेहद कम कालावधि में प्रशासकीय प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया जा सकता. ऐसे में कोविड संक्रमण की वजह को आगे करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उपचुनाव के विषय को प्रलंबित रखा जायेगा. साथ ही आम चुनाव की तैयारी शुरू की जायेगी. ऐसे में इन पांचों सीटों पर अब सीधे अगले वर्ष ही मतदान होगा.