धूम्रपान व मद्यपान के सेवन से गर्भपात की संभावना
व्यसनों का स्वास्थ्य पर दुष्परिणाम
* सावधानी बरतने विशेषज्ञों की सलाह जरूरी
अमरावती/दि.29-गर्भावस्था के दौरान अगर कोई महिला धूम्रपान और शराब का सेवन करती है तो इसका भ्रूण पर बुरा प्रभाव पडता है. महिलाएं अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक जीवन में तनाव से निपटने के लिए धूम्रपान, शराब या उत्तेजक पदार्थों का सहारा लेती हैं. स्वास्थ्य पर असर डालने वाले इन व्यसनों के कारण गर्भपात की संभावना अधिक रहती है.ऐसी महिलाओं को मातृत्व से वंचित रहना पड़ता है. अगर धूम्रपान, शराब पीने जैसे पदार्थों का सेवन अधिक किया जाए तो इसका सीधा असर स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है. इतनाही नहीं तो इस सभी का परिणाम महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर भी होता है. इसलिए धूम्रपान, शराब, तनाव से दूर रहने की कोशिश करें. अगर तनाव ज्यादा है, चिडचिडापन बढ रहा है तो काउंसलिंग का विकल्प चुनें. साथ ही खुद से बात करने की आदत भी लगा सकते है. ध्यान करना, प्रियजनों के साथ समय बिताना, पर्याप्त नींद लेना आदि करने से तनाव पर नियंत्रण पाना संभव होता है. धूम्रपान का स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि ऐसी लत से दूर रहें. अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करें.
* समय पर देखभाल जरूरी:
धूम्रपान और शराब की लत महिलाओं में गर्भपात के सबसे बड़े जोखिम कारक हैं. इसके लिए समय पर देखभाल जरूरी है
.* बीमारियों का खतरा:
अगर शराब पीने के साथ-साथ धूम्रपान की आदत लग जाए तो लत छोड़ना मुश्किल होता है. धूम्रपान की आदत के कारण गर्भाशय से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं.
* कैंसर का खतरा:
नशे की लत के कारण और समय पर विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह न लेने के कारण महिलाओं को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का सामना करना पड़ता है.
महिलाओं ने नशे से दूर रहकर संतुलित आहार लेना चाहिए. संतान प्राप्ति के लिए यदि कोई प्लानिंग है तो व्यसन से मुक्त होकर समय पर ध्यान देना होगा.
– डॉ. चित्रा बनसोड, स्त्री रोग विशेषज्ञ