सर्वोच्च न्यायालय ने आरक्षित रखा सितंबर तक रिजल्ट
प्रतिनिधि/ दि.२२
अमरावती – पदवी अंतिम वर्ष की परीक्षा का मामला सर्वोच्च न्यायालय में निर्णयाधिन है. ३० सितंबर तक रिजल्ट आरक्षित रखा गया है. इसके कारण आगामी वक्त में परीक्षा की तैयारी, विद्यार्थियों के साथ संपर्क, मूल्यांकन, परीक्षा परिणाम ऐसी कुल कार्यप्रणाली के लिए तीन माह लगेंग. इसके चलते नए वर्ष में जनवरी के बाद ही पदव्यूत्तर के प्रवेश होेगे. इस बार ६ माह प्रवेश देरी से होने की हकीकत है.
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ में पदवी अंतिम वर्ष के ७० हजार विद्यार्थियों के परीक्षा का नियोजन करना पडेगा. अगर सर्वोच्च न्यायालय ने ३० सितंबर को परीक्षा के बारे में फैसला सुनाया तो ३०अक्तूबर तक परीक्षा की तैयारी के लिये समय लगेगा. विद्यार्थियों के सत्र ३,४,५ व ६ बैकलॉग की परीक्षा लेना पडेगा. विद्यापीठ को करीब ६६ प्रतिशत परीक्षा का नियोजन करना होगा, इसके लिए तकरीबन ३० नवंबर के आसपास का समय है. इस परीक्षा का मूल्यांकन व परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए ३० दिसंबर तक समय लगेगा. नए वर्ष में १५ जनवरी के बाद ही पदव्यूत्तर प्रवेश की प्रक्रिया शुरु कर पायेंगे, ऐसी जानकारी परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के संचालक हेमंत देशमुख ने दी है.
विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने देंगे
पदवी अंतिम वर्ष की परीक्षा के बारे में न्यायालय का निर्णय महत्वपूर्ण होगा. पदव्यूत्तर विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान नहीं होगा, ऐसा निर्णय विद्यापीठ लेगा. व्होकेशनल सिलैबस कम करने यह भी पर्याय है. सकारात्मक निर्णय से विद्यार्थियों को राहत दी जाएगी. -एफ.सी.रघुवंशी, अधिष्ठाता, अमरावती विद्यापीठ