अमरावती

किसानों के प्रलंबित बिजली कनेक्शन तत्काल दिये जाए

महावितरण के संचालक संजय ताकसाडे के निर्देश

अमरावती/ दि.9 – महावितरण की ओर से पिछले 10 माह में किसानों को कृषि पंप के 1 लाख 4 हजार 709 नए बिजली कनेक्शन दिये गए है. इसमें से 54 हजार बिजली कनेक्शन केवल पिछले तीन माह में दिये गए. यह गति और ज्यादा बढाकर आगामी मार्च माह तक ज्यादा से ज्यादा कृषि पंपों को नए बिजली कनेक्शन देने का नियोजन किया गया है. इसके अनुसार अमरावती व यवतमाल जिले के कृषि पंप के प्रलंबित बिजली कनेक्शन तत्काल दिये जाए, ऐसे निर्देश महावितरण के संचालक (संचालन) संजय ताकसांडे ने कल नियोजन भवन में आयोजित बैठक में दिये है.
विभिन्न योजनाओं से क्षेत्रीय कार्यालय को निधि भी उपलब्ध कराये है. इसके कारण नए कनेक्शन जोडने के लिए किसी तरह की परेशानी नहीं, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया. अमरावती व यवतमाल जिले के कृषि पंप के नए बिजली कनेक्शन जोडने के बारे में संचालक ताकसांडे ने अमरावती परिमंडल की समीक्षा बैठक ली. इस समय नागपुर प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी, अमरावती परिमंडल के मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी की प्रमुख उपस्थिति थी. संचालक ताकसांडे ने कहा कि, पिछले मार्च 2022 तक रुपए भरने के बाद प्रलंबित रहने वाले राज्य के सभी किसानों के कृषि पंप को नए बिजली कनेक्शन आगामी मार्च माह तक देने के आदेश राज्य शासन ने दिये है. जिसके अनुसार महावितरण ने इन सभी बिजली कनेक्शन देने के लिए विभिन्न योजना का समावेश रहने वाला नियोजन तैयार किया है और शासन ने दिये उद्देश्य को पूरा करने के लिए युध्द स्तर पर भी काम शुरु किये है.
अमरावती व यवतमाल जिले में मार्च 2022 तक रुपए भरने के बाद प्रलंबित कृषि पंपों को 31 मार्च तक बिजली कनेक्शन देने का उद्देश्य है, इसके लिए महावितरण के अधिकारी व संबंधित ठेकेदार ने कृषि पंप के नए बिजली कनेक्शन के काम को अधिक गति देना चाहिए. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसा भी संचालक ताकसांडे ने स्पष्ट किया. आगामी 28 फरवरी तक यवतमाल जिले में 1700 और अमरावती जिले में 1650 कृषि पंपों के रुपए भरकर प्रलंबित रहने वाले नए बिजली कनेक्शन जोडने के निर्देश दिये है, परंतु जिस विभाग में कृषि पंप के नए कनेक्शन जोडने की गति कम दिखाई दी. वहां के अधिकारियों की ताकसांडे ने बैठक में जमकर खिचाई की. कृषि पंप के प्रलंबित बिजली कनेक्शन जोडने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय व ठेकेदार एजेसी के काम पर मुख्यालय की ओर से रोजाना ध्यान रखा जा रहा है, ऐसा भी ताकसांडे ने स्पष्ट किया.

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