बारिश के चलते विद्युत हानि, महावितरण को 5 करोड का ‘शॉक’
3 माह में विद्युत खंबों व तारों के टूटने से हुआ नुकसान
अमरावती/दि.30– जिले में विगत तीन माह के दौरान तेज आंधी-तूफान व मूसलाधार बारिश के चलते महावितरण को अच्छा खासा ‘शॉक’ लगा है. क्योंकि कई स्थानों पर महावितरण के विद्युत खंबें व विद्युत तारों पर पेड टूटकर गिर गये है. जिनकी वजह से महावितरण को 5 करोड 24 लाख 4 हजार 783 रुपयों का नुकसान हुआ है. इसमें से सर्वाधिक नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों में होने की जानकारी है. परंतु ऐसी स्थिति के बावजूद विद्युत ग्राहकों को सुचारु विद्युत आपूर्ति करने हेतु प्रयास जारी रहने की जानकारी देते हुए महावितरण ने विद्युत उपभोक्ताओं से सहकार्य का आवाहन किया है.
बता दें कि, जिले में इस वर्ष चहूंओर जोरदार बारिश हुई और एक ग्रामीण इलाके में तो अतिवृष्टि की वजह से बाढ सदृश्य हालात भी पैदा हुए. साथ ही साथ कई स्थानों पर बडे-बडे पेड उखडकर गिर पडे. या फिर पेडों की टहनियां टूटकर गिर गई. जिनकी चपेट में आने की वजह से महावितरण के विद्युत खंबों व विद्युत तारों के क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं घटित हुई और इस वजह से कई स्थानों पर विद्युत आपूर्ति भी खंडित हुई. उल्लेखनीय है कि, महावितरण की विद्युतवाहिनियां नदी-नाले तथा खेत व जंगल परिसर से होकर गुजरती है और कई जगहों पर इन खंबों व तारों पर बेल चढ जाती है. साथ ही इन विद्युतवाहिनियों के आसपास बडे-बडे पेड भी रहते है. जिनके साथ घर्षण होने के साथ ही विद्युतवाहिनियों के टूटने या कोई फाल्ट के निर्माण होने की घटनाएं घटित होती है. साथ ही कई बार पेड गिरने की वजह से विद्युत खंबे भी उखडकर गिर जाते है. ऐसी घटनाओं के चलते 1 जून से 28 अगस्त तक तीन माह की कालावधि के दौरान महावितरण को 5 करोड 24 लाख 783 रुपयों का नुकसान हुआ है, ऐसी जानकारी महावितरण द्वारा दी गई है.
* टूटे हुए तारों को हाथ न लगाये
बिजली की तेज गडगडाहट सहित तेज आंधी-तूफान व बारिश की वजह से कई बार विद्युत तार टूटकर गिर जाते है. जिनमेें विद्युत करंट प्रवाहित होता है. ऐसे में टूटे हुए विद्युत तारों को स्पर्श नहीं करने का आवाहन महावितरण द्वारा बार-बार किया जाता है. साथ ही ऐसे समय महावितरण के नजदीकी कार्यालय या संनियंत्रण कक्ष के 7875763873 क्रमांक पर जानकारी देने की अपील भी की गई है.
* सुरक्षा बाड में करंट छोडने पर होगी कार्रवाई
खेतों में खडी फसलों की सुरक्षा करने हेतु खेतों के चारों ओर लगाई जाने वाली लोहे के तार की सुरक्षा बाड में विद्युत करंट छोडने के मामले ग्रामीण क्षेत्रों में बडे पैमाने पर होते है. जिसकी चपेट में आकर कई बार जानवरों सहित इंसानों की भी मौत होती है. इस बात को बेहद गंभीरतापूर्वक लेते हुए महावितरण की ओर से सूचित किया गया है कि, खेतों की सुरक्षा बाड में विद्युत करंट छोडने वाले लोगों के खिलाफ विद्युत अधिनियम 2003 के तहत अपराध दर्ज किया जाएगा.
* बारिश के मौसम दौरान बिजली के तार व विद्युत खंबे टूटकर गिर जाने की घटनाएं प्रतिवर्ष ही घटित होती है. इस वर्ष विगत 3 माह के दौरान ऐसी घटनाओं की वजह से महावितरण को 5 करोड रुपए का नुकसान हुआ है. कही पर भी विद्युत तार या खंबा टूटा दिखाई देने पर उसे खुद हाथ लगाने की बजाय उसकी जानकारी तुरंत ही महावितरण कार्यालय को दी जाये. साथ ही प्राकृतिक आपदा के चलते विद्युत आपूर्ति खंडित होने पर विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा महावितरण के साथ सहयोग किया जाए.
– दिलीप देवहाते,
अधीक्षक अभियंता,
महावितरण.