अमरावती

बिजली कर्मचारियों पर हाथ उठाया, तो होगी जेल

अमरावती/दि.26– इन दिनों विद्युत ग्राहकों की ओर उनके द्वारा उपयोग में लायी गई बिजली के बिल बडे पैमाने पर बकाया है. जिनकी वसूली के लिए महावितरण द्वारा युध्दस्तर पर वसुली अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही बिजली चोरी के मामले भी पकडे जा रहे है. ऐसे में विद्युत बिल वसूली करने एवं बिजली चोरी पकडने हेतु आनेवाले महावितरण के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ वाद-विवाद करते हुए उन पर हमला करने के मामले भी दिनोंदिन बढ रहे है तथा विगत एक वर्ष के दौरान ऐसे करीब 35 मामले घटित हो चुके है. ऐसे में महावितरण कर्मियों के साथ मारपीट करनेवाले 35 लोगों के खिलाफ विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत फौजदारी अपराध दर्ज किया गया है और कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

… तो वसुली के लिए पुलिस की मदद
बकाया बिल की वसुली हेतु गये अधिकारियों व कर्मचारियों पर हुए हमलों की घटनाओं को देखते हुए अब वसूली के लिए निकलनेवाले महावितरण पथक के साथ अब पुलिस की भी तैनाती की जायेगी और महावितरण द्वारा अब पुलिस की सहायता भी ली जायेगी.

* लगातार बढ रही है बकाया राशि
कोविड संक्रमण काल के दौरान कई लोगों ने विद्युत बिलों को भुगतान नहीं किया है. ऐसे में विगत दो वर्षों से घरेलू, औद्योगिक, वाणिज्यिक व कृषि कनेक्शन धारक 2 लाख ग्राहकों की ओर करीब 202 करोड रूपयों के विद्युत बिलोें का भुगतान बकाया है.

सालभर के दौरान 30 से 35 हमले
प्रादेशिक संचालक द्वारा बकाया विद्युत बिल की वसूली हेतु तगादा लगाये जाने के चलते महावितरण द्वारा स्थानीय स्तर पर अपने अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ वसूली अभियान चलाया गया. किंतु कई लोगों ने इसका प्रतिकार करते हुए वसुली हेतू आये महावितरण कर्मचारियों से झगडा करते हुए उन पर हमला भी किया. बीते एक साल के दौरान ऐसी करीब 30 से 35 घटनाएं घटित हो चुकी है. जिन्हें लेकर अपराधिक मामले भी दर्ज किये गये है.

महावितरण द्वारा अन्य कंपनियों से बिजली खरीदकर ग्राहकों को उपलब्ध करायी जाती है और खरीदी गई बिजली की रकम संबंधित कंपनी को अदा करनी पडती है. ऐसे में यदि उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग में लायी गई बिजली के बिल महावितरण को अदा नहीं किये जाते, तो महावितरण विद्युत निर्मिती कंपनी को भुगतान कैसे करेगी. ऐसे में महावितरण को आर्थिक दिक्कतोें का सामना करना पडता है. जिसकी वजह से महावितरण द्वारा बकाया बिलों की वसूली हेतु अभियान चलाया जा रहा है.
– दिलीप खानंदे
अधिक्षक अभियंता, महावितरण

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