अमरावती/ दि.16- शहर के अलग-अलग हिस्सों में महावितरण की ओर से छापामार कार्रवाई करते हुए बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. दिसंबर माह के 15 दिनों में ही महाविरतण की ओर से 15 लाख की बिजली चोरी का पर्दाफाश किया गया है. बिजली चोरी के लिए मीटर में छेडछाड्, रिमोट का उपयोग करने जैसे 54 मामलों का समावेश है. उनमें से कुछ ग्राहकों ने बिजली चोरी के जुर्माने की 8.21 लाख रुपयों की रकम भरने से कानूनी कार्रवाई से राहत पायी है. वहीं जुर्माने सहित बिजली चोरी की रकम का भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ विद्युत अधिनियम 2003 के तहत अपराधदर्ज करने की प्रक्रिया शुरु करने की जानकारी शहर कार्यकारी अभियंता आनंद काटकर ने दी है.
अमरावती शहर में बिजली चोरों के खिलाफ छेडी गई मुहिम को गति दी गई है. दिसंबर माह के 15 दिनों में ही शहर में अलग अलग समृध्द इलाकों की जांच पडताल की गई. 54 जगहों पर 79524 युनिट और कुल 15.1 लाख की बिजली चोरी उजागर की गई.
मीटर में छेडछाड कर मीटर बंद करने अथवा मीटर की गति को धीमा करने मीटर बंद कराने रिमोट कंट्रोल का उपयोग करने, मीटर का बायपास करने, पिछले हिस्से में छेेद कर मीटर में रेजिस्टंट निर्माण करने के मामले भी साममने आया है. इसके अलावा बकाये के चलते बिजली आपूर्ति खंडित होने पर भी ग्राहकों ने बकाया बिल के पैसों का भुगतान न करते हुए बिजली आपूर्ति गैर कानूनी तरीके से शुरु की थी. इसके अलावा हुक डालकर बिजली चोरी करने की भी बात सामने आयी.
शहर में जांच के दौरान गैर कानूनी तरीके से बिजली उपयोग में अमरावती महावितरण के शहर उपविभाग-2 में सर्वाधिक 28 मामलों का समावेश है. यहां पर 37737 युनिट बिजली चोरी सामने आयी हैं. कुल 6.66 लाख की बिजली चोरी में से 3.31 लाख का भुगतान संबंधितों व्दारा किया गया. शहर उपविभाग-3 के 17 मामलों में 20487 युनिट और 3.55 लाख की बिजली चोरी की बात सामने आयी. वहीं शहर उपविभाग 1 के 9 जगहों पर अनाधिकृत तरीके से बिजली का उपयोग होने की बात सामने आयी. 21300 युनिट और 4.80 लाख की बिजली चोरी में 4.45 लाख रुपयों का भुगतान किया गया.