अमरावती

मनपा में अभ्यास समिती की दुबारा होगी बैठक

सरकारी निर्णय पर नगर रचना विभाग का अभ्यास रहा कच्चा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.30 – किसी भी अभिन्यास के खुले भूखंड की दस प्रतिशत जगह सामाजिक संस्था को देने संदर्भ में मनपा का अधिकार खत्म करने से संबंधित सरकारी निर्णय पर सलाह-मशविरा करने, नीति तय करने हेतु गठित अभ्यास समिती की पहली बैठक में ही यह निर्णय लिया गया कि, इस विषय को लेकर दुबारा बैठक ली जायेगी. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए समिती के अध्यक्ष व महापौर चेतन गावंडे ने कहा कि, इस संदर्भ में नगर रचना विभाग द्वारा किया गया अभ्यास आधाअधूरा व कच्चा है. जिसकी वजह से दुबारा यह बैठक बुलाये जाने का निर्णय लिया गया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक 3 दिसंबर 2020 को खुली जगह का दस प्रतिशत हिस्सा किराया तत्व पर सामाजिक संस्थाओं को देने से संबंधित मनपा का अधिकार निकाल लिया गया. जिससे मनपा के सदस्यों में काफी हद तक अस्वस्थता देखी जा रही है. यद्यपि वे सरकारी निर्णय को बदल नहीं सकते. किंतु उसमें कुछ सिफारिशें जरूर कर सकते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए एक अभ्यास समिती स्थापित की गई है. महापौर गावंडे की अध्यक्षता में गठित इस समिती में सत्ता पक्ष के नेता सुनील काले, विपक्षी नेता बबलू शेखावत, गुट नेता चेतन पवार, अ. नाजीम, दिनेश बूब, स्वीकृत पार्षद मिलींद चिमोटे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, पूर्व स्थायी सभापति तुषार भारतीय, पार्षद प्रकाश बनसोड व प्रशांत वानखडे तथा नगर रचना विभाग के सहसंचालक आशीष उईके की गत रोज महापौर कक्ष में बैठक हुई. इस पहली बैठक में नगर रचना विभाग ने बताया कि, फिलहाल तक सरकारी निर्णय का पूरी तरह से अध्ययन नहीं किया जा सका है. ऐसे में अध्ययन पूर्ण करने हेतु समय दिया जाये. इसी तरह 3 दिसंबर से पहले जो जमीनें किराया तत्व पर दी गई है, उनके संदर्भ में नीति सरकारी निर्णय में स्पष्ट नहीं है. अत: इसे लेकर नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन मांगा जाना जरूरी है. ऐसा भी सहसंचालक उईके द्वारा बताया गया. जिसकी वजह से पहली बैठक में इस चर्चा का कोई परिणाम नहीं निकल सका. और जल्द ही समिती की दूसरी बैठक बुलाने का निर्णय लेते हुए इस पहली बैठक को खत्म किया गया.

Related Articles

Back to top button