
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा कर्जदार किसानों के खातों से राशि विड्रॉल रोक दिया गया था. जिसकी वजह से किसान परेशान हो गए थे. उन्हें उनके ही खातों में जमा पैसे विड्रॉल नहीं किए जाने पर उन्हें आर्थिक संकट से गुजरना पड रहा था. आखिरकार त्रस्त किसानों ने प्रहार संगठना के जिला संपर्क प्रमुख प्रदीप वडतकर से संपर्क किया और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया गया. प्रहार संगठना के जिलासंपर्क प्रमुख प्रदीप वडतकर ने प्रहार संगठना के मार्फत बैंक आफ महाराष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों को निवेदन दिया और बैंक की अनियमितताओं के बारे मेंं चर्चा की.
किंतु वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी समस्याओं का निपटारा नहीं किया गया. आखिरकार प्रहार संगठना ने अपनी स्टाइल में गुरुवार को आंदोलन करने का इशारा बैंक व्यवस्थापन को दिया. जिसमें आज सुबह बैंक ऑफ महाराष्ट्र की येवदा शाखा में सुबह से ही पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण पावरा के नेतृत्व में पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था. इतना ही नहीं अमरावती से दंगा पथक भी बुलाया गया था. येवदा को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया था.
किसानों की समस्या को लेकर नियम अनुसार पुलिस प्रशासन द्वारा प्रहार संगठना के प्रतिनिधि मंडल को बैंक व्यवस्थापक से चर्चा करने के लिए छोडा गया. बैंक व्यवस्थापक शकूल साखरे के साथ प्रहार शिष्टमंडल के प्रतिनिधियों ने चर्चा कर उन्हें किसानों की व्यथा बतायी, और बहुत से किसानों के नाम फसल कर्ज की सूची में नहीं है यह भी बताया गया. जिसमें बैंक व्यवस्थापन द्वारा किसानों के खातों से विड्रॉल की प्रक्रिया पूर्ववत की गई. बाकि भी समस्याओं का निपटारा बैंक द्वारा कर दिया गया. शांतता से किया गया आंदोलन सफल रहा इस समय प्रहार के जिला संपर्क प्रमुख प्रदीप वडतकर सहित शिष्टमंडल में विलास कैसर, संतोष तिडके, महेंंद्र शर्मा, नारायण डिके व गांव के किसान उपस्थित थे.