प्रहार ने हल किया कामगारों के वेतन का मसला
वन विभाग के अधिकारियों को निवेदन
* 13 तारीख तक मिल जाएगा बकाया
अमरावती/दि. 10 – प्रहार जनशक्ति पक्ष के पदाधिकारियों ने आज दोपहर प्रादेशिक कार्यालय में मुख्य वनसंरक्षक को निवेदन देकर कामगारों के 13 माह से बकाया वेतन देने हेतु निवेदन दिया. निवेदन में कहा गया कि, कामगारों को वेतन नहीं देने से उन पर आत्महत्या की नौबत आ गई है. दरअसल यह लज्जास्पद बात है. गत 4 सितंबर को जब उपवनसंरक्षक से भेंट के लिए कामगार गए तो उनसे कोई सहानुभूति न रखते हुए कार्यालय से भगा दिया था. इस निवेदन को गंभीरता से लेकर वनपरिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरणे ने तत्काल कामगारों के वडाली अंतर्गत रोपवन कामों के बकाया को 13 तारीख तक भुगतान कर देने का निर्देश दिया है. उन्होंने अपने निर्देश की कॉपी प्रहार को भेजी है. इस प्रकार प्रहार के मुक्काम आंदोलन से मजदूरों का वेतन का मसला हल हो गया.
निवेदन देते समय महानगर प्रमुख बंटी रामटेके, कामगार मार्गदर्शक अजय वाकोडे, जिलाध्यक्ष गौरव ठाकरे उपस्थित थे. कामगारों को लेकर प्रहार ने गुरुवार से वनसंरक्षक के कार्यालय के सामने मुक्काम आंदोलन शुरु कर दिया था. युवक जिलाध्यक्ष अभिजीत देशमुख, अजय वाकोडे, मधुकर भुले, विक्रम जाधव, मनीष पवार, अजय तायडे, कुणाल खंडारे, अमन गौरवे भी उपस्थित थे.