सडक दुर्घटना में प्रहार कार्यकर्ता की मौत
संतप्त कार्यकर्ताओं ने आरटीओ अधिकारियों पर लगाया अवैध यातायात पर कार्रवाई न करने का आरोप

* नांदगांव पेठ एमआयडीसी से राख भरकर जानेवाले ट्रक से नागरिक त्रस्त
* नांदगांव पेठ थाना क्षेत्र की घटना
* आरटीओ अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त
अमरावती/दि.9– आज दोपहर 1.30 बजे के दौरान नांदगांव पेठ के उडानपुल पर से जा रहे ट्रक में भरी राख उडने से पुलिया पर से जा रहे ट्रैक्टर चालक और दुपहिया चालक का संतुलन बिगड गया और दोनों वाहनों के बीच हुई भीडंत में दुपहिया सवार युवक की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. मृतक युवक नांदुरा बु. ग्राम निवासी ऋषिकेश सुभाषराव निंभोरकर (28) है. मृतक युवक प्रहार कार्यकर्ता रहने से कार्यकर्ता संतप्त हो गये. नांदगांव एमआयडीसी के ट्रकों में अवैध रूप से हो रहे राख का यातायात को रोकने और कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रहार के जिलाध्यक्ष छोटू महाराज वसु के नेतृत्व में सैकडों कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल के पोस्टमार्टमगृह के पास आंदोलन शुरू कर दिया. जब तक ओवरलोड राख से भरे ट्रकों पर कार्रवाई नहीं की जाती और उनका यातायात बंद नहीं किया जाता तब तक पोस्टमार्टम न होने देने और शव आरटीओ कार्यालय ले जाने की भूमिका किए जाने से कुछ समय के लिए तनाव निर्माण हो गया. लेकिन आरटीओ अधिकारियों ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचकर संबंधितों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. तब मामला शांत हुआ.
जानकारी के मुताबिक नांदगांव पेठ थाना क्षेत्र में आनेवाले नांदुरा बु. ग्राम निवासी ऋषिकेश निंभोरकर(28) नामक युवक गुरूकुंज मोझरी में बैंक के एटीएम पर सिक्युरिटी गार्ड है. वह दुपहिया वाहन से दोपहर 1.30 बजे के दौरान ड्यूटी पर जा रहा था. तब नांदगांव पेठ के उडानपुल से गुजरते समय अचानक सामने से राख से भरा ट्रक तेज रफ्तार से आ रहा था. उसी समय एक ट्रैक्टर भी विपरित दिशा से रांग साइड आ रहा था. ट्रक से राख उडने के कारण ट्रैक्टर चालक और दुपहिया चालक ऋषिकेश का वाहन पर से संतुलन बिगड गया. राख उडकर आंखों में जाने से उन्हें कुछ दिखाई नहीं दिया और ट्रैक्टर और दुपहिया की जोरदार भिडंत हो गई. इस दुर्घटना में ऋषिकेश निंभोरकर की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. पश्चात ओवरलोड राख से भरे ट्रकों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रहार कार्यकर्ता संतप्त हो गये और उन्होंने मृतक युवक का शव आरटीओ कार्यालय ले जाने का निर्णय लिया. दूसरी तरफ नांदगांव पुलिस ने पंचनामा कर शव जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया था. लेकिन प्रहार कार्यकर्ता ने जब तक संबंधितों पर कार्रवाई नहीं होती तब तक पोस्टमार्टम न करने देने की भूमिका ली. जिससे वातावरण तनावपूर्ण हो गया. नांदगांव पेठ के थानेदार महेंद्र अंभोरे ने मध्यस्थी की भूमिका निभाते हुए तत्काल आरटीओ अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें जिला अस्पताल बुलाया. आरटीओ कार्यालय के अधिकारी नीलेश दहेकर अपने दल के साथ तत्काल जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने लिखित रूप से अवैध यातायात पर रोक लगाने और संबधितों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. तब मामला शांत हुआ. प्रहार के छोटू महाराज वसु का कहना था कि नांदगांव पेठ एमआयडीसी के इस अवैध यातायात को रोकने के लिए वहां पुलिस चौकी होनी चाहिए और राख से भरे ट्रकों का यातायात बंद होना चाहिए. अधिकारियों ने कारवाई का आश्वासन दिया तब आंदोलन समाप्त हुआ. मामले की जांच नांदगांव पेठ पुलिस कर रही है.