प्रहारियों ने दी कीचड़ फेको आंदोलन की चेतावनी
सैकड़ों एकड़ खेती पानी में डूबने से किसान आंदोलन के मूड़ में
अमरावती/प्रतिनिधि दि.९ – ठेकेदार की लचर कार्यप्रणाली से दर्यापुर-अकोट मार्ग का पुल निर्माण कार्य सेंट्रींग मिट्टी के साथ बह जाने से पुल ढह गया और पानी सैकड़ों एकड़ खेत में घुस जाने से फसलें बर्बाद हो गई. जिसके चलते अब किसानों ने आंदोलन का मूड़ बना लिया है. वहीं किसानों के साथ मिलकर प्रहार कार्यकर्ताओं ने दर्यापुर तहसील के अलावा निर्माण कार्य विभाग कार्यालय पर कीचड़ फेंको आंदोलन करने की चेतावनी दी है. जबकि येवदा के किसान मुकेश रघुवंशी ने तहसील कार्यालय में आत्मदाह करने की चेतावनी दी है.
बता दें कि विगत 13 जून को मूसलाधार बारिश होने से नीनार पुल का निर्माण कार्य सेंट्रिंग मिट्टी के साथ बह जाने से पुल ढह गया था. अधिक नुकसान न हो, इसलिए संबंधित ठेकेदार ने स्वयं का आर्थिक नुकसान टालने के लिये नाले पर बड़े पैमाने पर छोटी नहर बनाकर पानी रोकने का प्रयास किया. लेकिन पानी की रफ्तार तेज रहने से पानी आसपास के खेतों में घुस गया. जिससे किसानों की फसलें खराब हो गई. किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिला संपर्क प्रमुख प्रदीप वडतकर ने दर्यापुर तहसीलदार योगेश देशमुख और निर्माणकार्य विभाग के कार्यकारी अभियंता संदीप देशमुख को निवेदन दिया था. लेकिन किसानों को कोई भी नुकसान भरपाई नहीं मिली. जिसके चलते प्रहार ने किसानों के साथ मिलकर तहसील व निर्माण कार्य विभाग कार्यालय पर कीचड़ फेको आंदोलन करने की चेतावनी दी है.