विधायक के तौर पर प्रवीण पोटे का कार्यकाल खत्म
पोटे सहित 10 सदस्य कल होंगे सदन से रिटायर
* विधान परिषद में रिक्त सीटों की संख्या हो जाएगी 31
अमरावती/दि.29 – राज्य विधान मंडल के वरिष्ठ सभागृह यानि विधान परिषद के 10 विधायक कल शुक्रवार 1 मार्च को निवृत्त हो जाएंगे. निवृत्त होने वाले सदस्यों में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल सहित रामदास आंबटकर, विप्लव बाजोरिया, अनिकेत तटकरे, नरेंद्र दराडे, सुरेश धस, विलास पोतनीस, निरंजन डावखरे, किशोर दराडे व कपील पाटिल का समावेश है. कल निवृत्त होने जा रहे इन सदस्यों का कार्यकाल खत्म होते ही विधान परिषद में रिक्त रहने वाली सीटों की संख्या 31 पर पहुंच जाएगी.
उल्लेखनीय है कि, विधायक प्रवीण पोटे ने वर्ष 2012 में पहली बार स्थानीय स्वायत्त निकाय निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर विधान परिषद का चुनाव लडते हुए जीत हासिल की थी और वे विधान मंडल के वरिष्ठ सदन में पहुंचे थे. पश्चात वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में तत्कालीन सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली भाजपा सेना युति सरकार बनने पर विधायक प्रवीण पोटे पाटिल को राज्यमंत्री व अमरावती का जिला पालकमंत्री बनाया गया था. पश्चात वर्ष 2018 में विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने एक बार फिर स्थानीय स्वायत्त निकायों से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडा और क्लीन स्वीप करते हुए चुनाव जीता था. विधायक पोटे की वजह जीत समूचे राज्य महाराष्ट्र में सर्वाधिक रिकॉर्ड वोटोें के साथ हुई जीत के तौर पर दर्ज की गई थी. जिसके आधार पर यह माना जा रहा था कि, पार्टी द्वारा विधायक प्रवीण पोटे पाटिल को स्थानीय स्वायत्त निकाय निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर विधान परिषद हेतु मौका दिया जाएगा. किंतु विगत दो वर्षों से स्थानीय स्वायत्त निकायों के ही चुनाव नहीं हुए है और जिले के किसी भी स्थानीय स्वायत्त निकाय में जननिर्वाचित पदाधिकारी व सदस्य नहीं है, जो विधान परिषद के चुनाव में मतदाता होते है, ऐसे में जननिर्वाचित पदाधिकारियों व प्रतिनिधियों का ही अभाव रहने के चलते स्थानीय स्वायत्त निकाय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद मेें सदस्य भेजे जाने हेतु चुनाव नहीं कराये जा सकते है. जिसके चलते स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव होने तक इस निर्वाचन क्षेत्र की विधान परिषद सीट भी रिक्त रहेगी.