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अमरावती/दि. 14 – गत रोज मुस्लिम समाजबंधुओं द्वारा शब-ए-बरात का पर्व मनाया गया. जिसके तहत रात भर शब-ए-बरात की इबादत चलती रही और मगफिरत की दुआ में हजारों हाथ उठे. गुरुवार 13 फरवरी को शब-ए-बारात के चलते मस्जिद मिस्किनशाह मियां में ईशा की अजान रात 8.30 बजे हुई और रात 9 बजे नमाज अदा की गई. ईशा की नमाज के बाद नागपुर स्थित जामिया अरबिया के हजरत मौलाना मुफ्ती दिलकश रजा नासीर उल कादरी पूरनूरी तथा मस्जिद मिस्किनशाह मियां के इमाम व खतीब मौलाना मुफ्ती शरफोद्दीन द्वारा शब-ए-बारात की अहमियत पर बयान फरमाया गया. साथ ही शब-ए-बारात की रात में शरई रिवायत कायम रखते हुए मरहुमीन के इसाले सवाब के लिए रात 2 बजे मस्जिद मिस्किनशाह मियां से सभी मुस्लिम समाजबंधु काफीले की शक्ल में कब्रस्तान की ओर रवाना हुए. जहां पर सभी मुस्लिम समाजबंधुओं ने अपने-अपने मरहुमीन के इसाले सवाब के लिए कब्रस्तान ने दुआ की और रात भर नमाजों का दौर चला.
शब-ए-बरात के चलते मस्जिद मिस्किनशाह मियां तथा कब्रस्तान परिसर में रोशनी हेतु लाईटिंग लगाई गई थी और हजारों की संख्या में मुस्लिम समाजबंधुओं ने शब-ए-बरात की नमाजों और काफिले में हिस्सा लिया.