खरीप हंगाम पूर्व सभा नांदुरा पिंगलई में संपन्न
शिराला/दि.5– महाराष्ट्र शासन कृषी विभाग के मार्फत हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रत्येक गांव में खरीप पूर्व सभा ली जाती है. इसी के चलते तालुका कृषी अधिकारी कार्यालय अमरावती अंतर्गत खरीप पूर्व सभा ग्राम पंचायत कार्यालय नांदुरा पिंगलई में शाम को ली गयी.
आने वाले मृग नक्षत्र के पहले सभी किसानों को अब खेती के काम में लगना है. किसान बीज, उवर्रक का चयन व उत्पादन खर्च कर ज्यादा से ज्यादा उत्पन्न कैसे बढाया जा सके. इस बारे में मार्गदर्शन किया गया. इस सभा में मंडल कृषी अधिकारी नीता कवाणे ने किसानों को कृषी विभाग के विविध योजना, प्रकल्प व सेंद्रिय खेती के बारे में जानकारी दी व गांव में आगामी खरीप में ली जाने वाली प्रकल्प के बारे में जानकारी दी. किसानों ने महा डीबीटी में आवेदन ऑनलाइन करने के लिए आवाहन किया गया है
प्रा. श्वेता देशमुख (सहा.प्राध्यापक, पी,आर. पोटे कृषी महाविद्यालय, अमरावती) ने मृदा नमुना कैसा ले, इसका महत्व, अनुशंसा के अनुसार खाद कैसे ले इस बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर जैन इर्रिगेशन के गायकवाड व समीर डहाने ने कपास के लिए सिंचन कितना महत्व का है व यही आने वाले समय की जरुरत है. उपस्थित किसानों को इस बारे में जानकारी दी. इसी तरह कृषी पर्यवेक्षक शुभांगी बोंडे ने फल बाग उत्पादन व नाडेप कंपोस्ट का महत्व समझाया. कार्यक्रम का आयोजन कृषी सहायक कृष्णकांत खरबडे ने किया व इस अवसर पर बीज प्रक्रिया का प्रात्यक्षिक कर दिखाया. इसी के साथ ही बीज लगाने की क्षमता प्रात्यक्षिक व बिज प्रक्रिया का महत्व बताया गया. इसी तरह उत्पादन पध्दती में खेती की विधि भाप पैदा करके वी बेल्ट बुआई विधि के फायदों का अध्ययन किया गया. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन दिप्ती मेतकर ने किया. कार्यक्रम में सरपंच गोपाल ढोबले उपस्थित थे. सभा को सफल बनाने के लिए गोकुल आवारे, राजेश, योगेश धर्माले ने सहकार्य किया. सभा में राजेंद्र बाखाडे, संजय मोहोड, चंद्रमणी वानखडे, राजु वानखडे व अन्य किसान उपस्थित थे.