पशुधनों का मानसून पूर्व प्रतिबंधक टीकाकरण शुरु
जिले में पहले चरण में 5 लाख 80 हजार 500 टीके उपलब्ध
अमरावती/दि.23– बारिश के दिनों में गाय, भैस, बकरी-भेड़ इन मवेशियों को घटसर्प, विषैला एक एकटांग्या समान रोग होने का भय रहता है. इन रोगों का प्रादुर्भाव बढ़ने पर पशुधन पर इसका परिणाम होने की संभावना है. जिसके चलते पशु संवर्धन विभाग की ओर से मानसून पूर्व टीकाकरण करने पर जोर देने की शुरुआत की है. अमरावती जिले के लिए पहले चरण के 5 लाख 80 हजार 500 टीकों का संचयन उपलब्ध हुआ है. मई महीने के पहले सप्ताह में यह टीकाकरण शुरु किए जाने के साथ ही अब तक 30 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण पूर्ण किए जाने की जानकारी पशुसंवर्धन विभाग द्वारा दी गई है.
गाय, भैस के पालन के साथ ही बकरी, भेड़ के संगोपन के लिए जिले के किसान विविध योजनाओं का लाभ ले रहे हैं. खेती व्यवसाय सहित पशु पालन पर भी जोर दिया जा रहा है. लेकिन बारिश के दिनों में इन्हीं पशुपालकों को अलग-अलग बीमारियों का सामना करना पड़ता है. जिसके चलते पशुसंवर्धन विभाग द्वारा इस पर उपाय के रुप में मानसून पूर्व टीकाकरण अभियान की जिले में शुरुआत की है. पहले चरण के करीबन 5 लाख 80 हजार 500 टीकों का संचयन उपलब्ध हुआ है. इसमें घटसर्प, एकटांग्या, आंत्रविषारी इन रोगों के टीकों का समावेश है. जिले में गाय, भैस, बकरी, भेड़ों की संख्या 8 लाख 28 हजार 206 है. इन पशुधनों पर टीकाकरण का काम युद्धस्तर पर जारी है. जिले में अब तक 30 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण पूर्ण हुआ है. टीकाकरण का दूसरा चरण शीघ्र ही शुरु होगा.
मानसून पूर्व टीकाकरण का पहला चरण शुरु…
मानसून पूर्व टीकाकरण के लिए पहले चरण में टीके का संचयन उपलब्ध हुआ है. टीकाकरण का काम शुरु होकर मई आखिर तक वह पूर्ण करने के निर्देश दिये गए हैं. जिले के पशुपालक अपने मवेशियों का टीकाकरण करवा लें.
– डॉ. एन.डी. मालपे, सहायक आयुक्त पशुसंवर्धन विभाग