अमरावतीविदर्भ

अल्पसंख्यंक युवकों को पुलिस भर्ती पूर्व प्रशिक्षण

  • जिले के अधिकाधिक युवकों को लाभ दिलवाएं

  • पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर की जानकारी

अमरावती/दि.२०- राज्य में जारी वर्ष के अंत में १२ हजार ५०० पुलिस कर्मियों की भरती करने का सरकार ने प्रस्तावित किया है. इस भर्ती प्रक्रिया में अल्पसंख्यंक युवाओं का चयन करने की दृष्टि से उनको पुलिस भरतीपूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा. शुरुआत में प्रशिक्षण के लिए अमरावती सहित राज्य के १४ जिलों के इच्छूक प्रशिक्षणार्थी उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया शुरू की गई है. इसके बाद राज्यभर के जिलों में यह प्रक्रिया चलायी जाएगी. जिले में अल्पसंख्यंक युवकों को नौकरी में मौके व कौशल्य विकास कराने के लिए प्रशिक्षण का लाभ दिलवाने के निर्देश पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दिए है.
कोरोना विपदा के दौर में प्रतिबंधात्मक उपाययोजना के अलावा विकास कार्यों, उद्योग व्यवसायों को बढ़ावा देने का महाविकास आघाड़ी सरकार का प्रयास है. राज्य में जारी वर्ष के अंत तक १२ हजार ५०० पुलिस भर्ती करने की योजना गृह विभाग ने प्रस्तावित की है. पुलिस भरतीपूर्व प्रशिक्षण के लिए अमरावती जिले के इच्छूक उम्मीदवारों से आवेदन मंगवाए जा रहे है. स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से यह प्रशिक्षण दिया जाएगा. हाल की घडी में केवल चयन प्रक्रिया शुरू है. कोरोना की स्थिति को देखने के बाद राज्य सरकार इस संबंध में नियमानुसार प्रत्यक्ष प्रशिक्षण के शुरू करेगी.
प्रशिक्षण में शामिल होनेवाले छात्रों को पुलिस भर्ती के लिए आवश्यक सामान्य ज्ञान, अन्य जानकारी, शारीरिक प्रशिक्षण दिए जा रहे है. इसके अलावा प्रत्येक छात्र को ट्रैकसूट और जूते खरीदी के लिए १ हजार रुपए, किताब खरीदी के लिए ३०० रुपए, प्रतिमाह १ हजार ५०० रुपए की तर्ज पर दो माह के लिए ३ हजार रुपए स्टाइफंड और प्रशिक्षण अवधि में रोजाना नाश्ता दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण दो माह का रहेगा. प्रत्येक जिले में १०० छात्रों को चुनकर उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक जिले को ५ लाख ६० हजार रुपए के खर्चे का प्रावधान किया गया है. जिले से कम से कम ३० छात्र आने पर भी उनको प्रशिक्षण देना स्वंयसेवी संस्था को अनिवार्य रहेगा.
राज्य में २००९ में यह योजना शुरू की गई. इसमें प्रशिक्षण लेनेवाले अनेक अल्पसंख्यंक युवकों का चयन पुलिस दल में किया गया है.

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