अमरावतीमहाराष्ट्र

नांदगांव पेठ में शाला पूर्व तैयारी अभियान विभागीय सम्मेलन

30 को आयोजन

* पांच जिले के मान्यवर रहेंगे उपस्थित
अमरावती/दि.26-कक्षा 1 ली में प्रवेशपात्र बालकों के लिए शाला पूर्व तैयारी अभियान अंतर्गत पहला कदम यह कार्यक्रम संपूर्ण राज्य में चलाया जा रहा है. इस अभियान की व्यापकता बढाने के लिए मंगलवार 30 अप्रैल को नांदगाव पेठ के जिला परिषद माध्यमिक स्कूल के प्रांगण में सुबह 7.30 बजे अमरावती विभागीय सम्मेलन का आयोजन किया है. इस सम्मेलन में पांचों जिले के मान्यवर उपस्थित रहेंगे. अमरावती में पहली बार इस सम्मेलन का आयोजन किया है.
महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षण परिषद मुंबई, राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद पुणे, जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था अमरावती व शिक्षणाधिकारी कार्यालय अमरावती के संयुक्त तत्वावधान में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है. सम्मेलन में अमरावती संभागीय आयुक्त, पांचों जिले के जिलाधिकारी, जिप सीईओ, उपायुक्त(महिला व बालकल्याण ), उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (महिला व बालकल्याण ) शिक्षण उपसंचालक, जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य, प्राथमिक, माध्यमिक व निरंतर शिक्षणाधिकारी आदि की उपस्थिति रहेंगी. इस वर्ष पहली बार उपसंचालक कार्यालय रहने वाले जिले में विभागीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. अमरावती विभागीय शाला पूर्व तैयारी सम्मेलन में पांचों जिले के शिक्षा क्षेत्र के ज्येष्ठ अधिव्याख्याता, अधिव्याख्याता, उपशिक्षणाधिकारी, गटशिक्षणाधिकारी, विस्तार अधिकारी, केंद्र प्रमुख, विषय साधन व्यक्ती, मुख्याध्यापक ,शिक्षक व विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षा प्रेमियों ने उपस्थित रहने का आह्वान जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य मिलिंद कुबडे, प्राथमिक के शिक्षाधिकारी बुध्दभूषण सोनोने, कार्यक्रम समन्वयक अधिव्याख्याता दीपक चांदुरे ने किया है. यह जानकारी प्रसिध्दी समिती के राजेश सावरकर, विनायक लकडे, श्रीनाथ वानखडे व सचिन वावरकर ने दी.

अप्रैल में पहला सम्मेलन
कक्षा 1 ली प्रवेशपात्र पाल्यों एवं उनके अभिभावकों का जिला स्तरीय से शाला स्तर पर अप्रैल महीने में पहला सम्मेलन लिया गया. इस सम्मेलन के माध्यम से विद्यार्थियों के शारीरिक विकास, बौध्दीक विकास,सामाजिक व भावनिक विकास, भाषा विकास व गणनपूर्व तैयारी आदि कौशल की जांच की जाती है. सम्मेलन के बाद विद्यार्थियों को आंगनवाडी शिक्षिका, शिक्षक व पालकों के समन्वय से आठ सप्ताह विविध शैक्षणिक कृती कर शाला प्रवेश के लिए तैयार किया जाता है. इसके बाद जून-जुलाई में फिर से छात्रों ने अर्जित किए कौशल की जांच कर दूसरे सममेलन का आयोजन किया जाएगा.

शिक्षा सक्षमीकरण के लिए उपक्रम
विगत तीन साल से निपुण भारत कार्यक्रम अंतर्गत बुनियादी शिक्षा के समक्षीकरण के लिए शाला पूर्व अभियान जैसे उपक्रम चलाये जा रहे है. लीडर माता, शिक्षक, आंगणवाडी सेविका व छात्रों तक ही यह अभियान सीमित न रहकर एक जनअभियान होने के लिए इस विभागीय सम्मेलन का आयोजन किया है, ऐसा जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य मिलिंद कुबडे ने बताया.

 

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