प्रीति बंड, बच्चू कडू व पटेल अपने दम पर लड रहे चुनाव
प्रचार हेतु किसी बडे नेता का नहीं कोई सहारा
* तीनों प्रत्याशी खुद ही अपने स्टार प्रचारक
अमरावती/दि. 13 – इस समय जिले में विधानसभा चुनाव का प्रचार सही मायनों में रफ्तार पकड चुका है और हर ओर प्रचार सभाओं, रैलियोें, पदयात्राओं व रोड शो की धामधूम दिखाई दे रही है. जिसके चलते चुनावी रेस में रहनेवाले कई प्रमुख प्रत्याशियों के प्रचार हेतु दिग्गज राजनेताओं व स्टार प्रचारकों के दौरों का सिलसिला ही शुरु हो गया. वहीं दूसरी ओर जिले में तीन ऐसे प्रमुख प्रत्याशी भी है, जो अपने दम पर चुनाव लड रहे है और खुद ही अपने स्टार प्रचारक भी है तथा उन्हें अपने प्रचार हेतु किसी भी चर्चित चेहरे या बडे नेता के सहारे की कोई जरुरत नहीं है. इन तीनों प्रमुख प्रत्याशियों में बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति संजय बंड, अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से प्रहार पार्टी के प्रत्याशी बच्चू कडू तथा मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र से प्रहार प्रत्याशी राजकुमार पटेल का समावेश है.
बता दें कि, जिले के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में महायुति व महाविकास आघाडी के प्रत्याशियों के प्रचार हेतु इन दोनों गठबंधनों में शामिल राजनीतिक दलों के बडे-बडे नेताओं के दौरे शुरु हो गए है. जिसके तहत दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी रहनेवाले कैप्टन अभिजीत अडसूल के प्रचार हेतु राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सभा हुई है. वहीं धारणी व धामणगांव में भाजपा प्रत्याशियों केवलराम काले व प्रताप अडसड का प्रचार करने के साथ ही बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से महायुति के प्रत्याशी रहनेवाले रवि राणा के प्रचार हेतु डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दनादन सभाएं ली है. इसके अलावा तिवसा एवं अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों के प्रचार हेतु यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सभाएं हुई है. साथ ही तिवसा निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी यशोमति ठाकुर सहित अचलपुर क्षेत्र के प्रत्याशी बबलू देशमुख व धामणगांव क्षेत्र के प्रत्याशी प्रा. वीरेंद्र जगताप के प्रचार हेतु कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जनसभा ली थी. इसके अलावा दर्यापुर एवं बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना उबाठा के प्रत्याशियों का प्रचार करने के साथ ही तिवसा क्षेत्र के वलगांव में जनसभा को संबोधित करते हुए शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी महाविकास आघाडी के प्रचार अभियान में हिस्सा लिया था. साथ ही मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी उमेश यावलकर के प्रचार हेतु केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा राकांपा प्रत्याशी देवेंद्र भुयार के प्रचार हेतु डेप्युटी सीएम अजीत पवार की भी सभाएं हो चुकी है. इसके साथ ही अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहनेवाले डॉ. सुनील देशमुख व अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध उर्फ बबलू देशमुख के प्रचार हेतु कांग्रेस की अल्पसंख्यक सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद इमरान प्रतापगढी भी अमरावती जिले के इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के दौरे पर आ रहे है. यानी चुनावी रेस में रहनेवाले सभी प्रमुख प्रत्याशियों ने अपने प्रचार हेतु अपनी-अपनी पार्टीयों के बडे-बडे नेताओं को बुलाकर मतदाताओं को रिझाने व लुभाने का पूरा प्रयास किया. लेकिन जिले के तीन निर्वाचन क्षेत्रों से मुख्य चुनावी रेस में रहनेवाले प्रीति बंड, बच्चू कडू व राजकुमार पटेल ऐसे प्रत्याशी है. जिन्हें किसी बडे नेता या चर्चित चेहरे के सहारे की कोई जरुरत नहीं. बल्कि वे ‘सबमें बडा बल, अपना बल’ के कथन पर विश्वास रखते हुए अपने बूते चुनाव लड रहे है और अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में खुद ही अपने स्टार प्रचारक भी है.
यहां यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि, अक्सर ही खुद को अपने क्षेत्र सहित जिले भर में लोकप्रिय बताने का दावा व दंभ भरनेवाले कई नेताओं की दबंगई चुनाव के आते ही स्पष्ट दिखाई देने लगती है. जब ऐसे नेताओं द्वारा अपने प्रचार के लिए बडे-बडे नेताओं व चर्चित चेहरों को मैदान में उतारा जाता है. वहीं दूसरी ओर प्रीति बंड, बच्चू कडू व राजकुमार पटेल जैसे जमीन व जनता से जुडे हुए नेता भी है. जिन्हें चुनाव जीतने और अपना प्रचार करने के लिए किसी बडे नेता की कोई जरुरत भी नहीं है. बल्कि वे अपने दम पर ही चुनावी अखाडे में ताल ठोंकते हुए प्रतिस्पर्धीयों के पसिने छुडा रहे है.