अमरावतीमहाराष्ट्र

प्रीति बंड ने अपने सैकडों समर्थकों सहित थामा ‘धनुष्यबाण’

शहर में उद्धव ठाकरे गुट को लगा बडा झटका

* शिवसेना उबाठा को छोड शिंदे गुट मे किया प्रवेश
* पार्टी प्रमुख व डेप्युटी सीएम शिंदे ने किया स्वागत
अमरावती /दि.9– गत रोज शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा अमरावती में आयोजित पार्टी के विभागीय सम्मेलन दौरान राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रमुख उपस्थिति के बीच अब तक शिवसेना उबाठा का हिस्सा रही महिला नेत्री प्रीति संजय बंड ने अपने सैकडों समर्थकों के साथ शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश कर लिया. जिनका पार्टी प्रमुख व डेप्युटी सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा भगवा दुपट्टा प्रदान करते हुए पार्टी में स्वागत किया गया. इसे अमरावती शहर में उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के लिए बडा झटका माना जा रहा है.
इस सम्मेलन के दौरान शिवसेना की महिला नेत्री प्रीति बंड के साथ राजु कुईटे, विश्वास मोरघडे, सुनील डिंके, मिथून सोळंके, मंगेश गाले, कृष्णा गव्हाले, गजानन ढोकरे, प्रकाश ठाकरे, अनिल नंदवार, स्वप्निल धोटे व प्रमोद निर्मल सहित शिवसेना उबाठा के लगभग 155 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओंने शिंदे गुट वाली शिवसेना मे प्रवेश किया. इस अवसर पर शिवसेना नेता एवं मंत्री उदय सामंत, संजय शिरसाठ, संजय राठोड व आशीष जयस्वाल, पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल, पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल व पार्टी के जिला प्रमुख अरुण पडोले, श्याम देशमुख व गजानन वाकोडे तथा महानगर प्रमुख संतोष बद्रे सहित अनेकों पदाधिकारियों ने भी पार्टी प्रवेश करनेवाली प्रीति बंड व उनके समर्थकों का पार्टी में स्वागत किया.

‘उन्हें’ तो दूसरों की थाली से छीनकर खाने की आदत
– डीसीएम शिंदे ने शिवसेना उबाठा पर जमकर साधा निशाना
गत रोज आयोजित पार्टी के विभागीय सम्मेलन दौरान शिवसेना के पूर्व विधायक दिवंगत संजय बंड की पत्नी प्रीति बंड व उनके समर्थकों का अपनी पार्टी मे स्वागत करते हुये डेप्युटी सीएम एकनाथ शिंदे ने विश्वास जताया कि प्रीति बंड के पार्टी प्रवेश पश्चात अब अमरावती मे शिंदे गुट वाली शिवसेना की स्थिती काफी मजबूत हो जायेगी. साथ ही डेप्युटी सीएम एकनाथ शिंदे ने लोकनेता कहे जाते पूर्व विधायक संजय बंड के साथ जुडी यादों को ताजा करते हुए कहा कि, संजय बंड बेहद समर्पित व कट्टर शिवसैनिक थे, परंतु उन्हें क्या मिला और उनके परिवार के साथ किस तरह का व्यवहार किया गया यह आज हम सभी के सामने है. पार्टी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करनेवाले किसी कार्यकर्ता को धूल में कैसे मिलाया जाता है, इसकी क्लासेस मुंबई के बांद्रा में एक स्थान पर चलती है, जिसकी और कोई दूसरी शाखा भी नहीं है. डेप्युटी सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, संजय बंड के असमय निधन पश्चात पार्टी नेतृत्व ने प्रीति बंड का पूरी मजबूती से साथ देना चाहिए था. लेकिन वह पार्टी अब स्वार्थी लोगों से भरी हुई है और उन लोगों को दूसरों की थाली से छिनकर खाने की आदत लग चुकी है. जिनकी असलियत समझ में आते ही प्रीति बंड ने अब असली शिवसेना को थामा है. जिन्हें अब पहले की तरह कोई बुरा अनुभव नहीं आएगा. क्योंकि हम सब उनके समर्थन में खडे है.

* घर वापसी जैसा एहसास
पार्टी प्रवेश के बाद बोली प्रीति बंड
शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश के उपरांत अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रीति बंड ने सर्वप्रथम अपने समर्थकों सहित खुद को पार्टी में प्रवेश दिए जाने पर पार्टी प्रमुख व उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के प्रति आभार ज्ञापित किया. साथ ही कहा कि, शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे के सिद्धातों एवं भगवा विचार्रो पर चलनेवाली असली शिवसेना में प्रवेश के उपरांत उन्हें घर वापसी जैसा एहसास हो रहा है. इस अवसर पर उन्होंने अपने पति एवं पूर्व विधायक दिवंगत संजय बंड की यादों को ताजा करते हुए कहा कि, संजय बंड ने शिवसेना को अमरावती जिले में स्थापित व मजबूत करने का पूरे समर्पित भाव के साथ काम किया था. यही वजह रही कि, संजय बंड तीन बार विधायक भी निर्वाचित हुए थे. प्रीति बंड के मुताबिक उनकी कभी भी राजनीति में आने की इच्छा नहीं थी और वे एक गृहिणी के तौर पर ही खुश थी. परंतु संजय बंड का आकस्मिक निधन हो जाने के उपरांत उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं के आग्रह को देखते हुए राजनीति में आना पडा. उस समय जिन नेताओं ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया था, आज उन्हीं नेताओं द्वारा उन्हें घर पर बिठाने का षडयंत्र रचा जा रहा है. ऐसे में उन्होंने बिना रुके संघर्ष करने का निर्णय लिया. प्रीति बंड ने यह भी स्पष्ट किया कि, विगत विधानसभा चुनाव के दौरान बगावत किए जाने के बावजूद बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के 65 हजार मतदाताओं ने उनके पक्ष में मतदान किया और उन्होंने शिवसेना उबाठा के अधिकृत प्रत्याशी को काफी पीछे छोड दिया था. इसके बावजूद उन्होंने पार्टी के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा, बल्कि अगले करीब 6 माह तक पार्टी से दुबारा बुलावा मिलने की प्रतीक्षा की और जब उन्हें एहसास हो गया कि, शिवसेना उबाठा ने उनके लिए अपने दरवाजे पूरी तरह से बंद कर दिए है, तब उन्होंने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ठाकरे के विचारों पर चलनेवाली और धनुष्यबाण का चुनाव चिन्ह अपने पास रखनेवाली शिवसेना में प्रवेश करने का निर्णय लिया. इस समय प्रीति बंड ने शिंदे गुट वाली शिवसेना के नेताओं को यह आश्वासन भी दिया कि, जिस तरह किसी जमाने में पूर्व विधायक संजय बंड ने भगवा ध्वज व धनुष्यबाण के चुनावी चिन्ह को घर-घर तक पहुंचाया था, ठीक उसी तरह वे भी पूरे समर्पित भाव के साथ पार्टी के लिए काम करेंगी.

* प्रीति बंड ने धनुष्यबाण देकर किया शिंदे का स्वागत
शिवसैनिकों ने शिंदे को गदा की भेंट
शिंदे गुट वाली शिवसेना के विभागीय सम्मेलन दौरान पार्टी प्रवेश करनेवाली महिला नेत्री प्रीति संजय बंड ने पार्टी प्रमुख व डेप्युटी सीएम एकनाथ शिंदे को धनुष्यबाण भेंट किया. वहीं शिवसैनिकों ने डेप्युटी सीएम शिंदे को गदा भेंट की. इस अवसर पर सांस्कृतिक भवन का सभागार ‘जयत भवानी, जय शिवाजी’ व ‘जय श्रीराम’ के नारों से गुंजायमान हो उठा था.

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