मेलघाट में गर्भवती महिला समेत गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत
माता और बालमृत्यु के नाम हर वर्ष करोडो रुपए किए जाते है खर्च

अमरावती/दि.10- जिले के धारणी तहसील के बैरागढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत अतिबहुल कसईखेडा गांव निवासी एक आदिवासी गर्भवती माता और उसके पेट में पल रहे बच्चे की आकस्मिक मृत्यु हो गई. इस घटना से प्रशासन व स्वास्थ्य यंत्रणा की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है.
जानकारी के मुताबिक मृतक महिला का नाम 22 वर्षीय मधु शंकर जावरकर है. मृतक महिगला मधु पहली बार सात माह की गर्भवती रहते उसे बैरागढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था. अचानक उसकी हालत बिगडने से उसे धारणी के उपजिला अस्पताल में रेफर किया गया. इस दौरान एंबुलंस में ही इस गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे सात माह के बच्चे की मृत्यु हो गई. हालत स्थिर रहने के बावजूद गर्भवती मधु जावरकर की मृत्यु कैसे हुई, इस बाबत स्वास्थ्य प्रशासन की तरफ से स्पस्टिकरण नहीं दिया गया. मृतक महिला को भर्ती किया गया तब बैरागढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैद्यकिय अधिकारी मौजूद नहीं थे. मधु को धारणी उपजिला अस्पताल में भर्ती करते समय बीच रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई. मेलघाट में कुपोषण, माता और बालमृत्यु की स्वास्थ्य समस्या पर रोक लगाने के लिए शासन स्तर पर हर वर्ष करोडो रुपए की निधि खर्च की जाती है. लेकिन मेलघाट में माता व बालमृत्यु जैसे प्रकरण लगातार सामने आ रहे है. वर्ष 1993 से आदिवासी बहुल मेलघाट क्षे6 में कुपोषण, माता व बालमृत्यु सत्र शुरू हुआ था.