गर्भवती महिला तथा जनता स्वयंस्फूर्ति से एचआयवी जांच करें
विश्व एड्स दिवस आयोजित कार्यक्रम में सीए डॉ.निकम ने किया आह्वान
अमरावती/दि.2 – एचआयवी व एड्स इस बीमारी पर आज तक कोई ठोस वैक्सीन नहीं निकली है, इसलिए लोगों में इस बीमारी को लेकर कई तरह की गलत धारणाएं है. जिसका जनजागृति के माध्यम से निराकरण करना जरुरी है. समाज में जनजागृति के साथ ही गर्भवती महिला तथा जनता ने स्वयंस्फूर्ति से एचआयवी की जांच करनी चाहिए, जनता ने इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर स्वीकार करना चाहिए तभी तो देश में इस बीमारी के प्रति सकारात्मकता आयेगी, ऐसा प्रतिपादन जिला शल्य चिकित्सक डॉ.श्यामसुंदर निकम ने जिला सामान्य अस्पताल में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उद्घाटन करते समय संबोधित किया.
इस वक्त अतिरिक्त सीएम डॉ.प्रदीप नारवणे, डॉ.लोहपुरे, एआरटी नोडल अधिकारी डॉ.प्रशांत कालपांडे, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय साखरे, डॉ.सुशील राजभूत, डॉ.रुपाली इसल आदि उपस्थित थे. जिले में कुल 141 वैद्यकीय महा विद्यालय, इर्विन, डफरीन, उप जिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल, पीएससी, टीबी अस्पताल, निजी अस्पताल, सरकारी रक्तपेढी, निजी रक्तपेढी व्दारा एचआायवी व एड्स की नि:शुल्क जांच की जाती है. इसके अलावा हर तहसील के एआरटी केंद्र के माध्यम से मार्गदर्शन भी किया जाता है, ऐसी जानकारी कार्यकारी अधिकारी अजय साखरे ने दी है तथा एआरटी औषधोपचार के संदर्भ में डॉ.प्रदीप नारवने ने जानकारी दी.
बीते अप्रैल से अक्तूबर महीने में जिले की 30,316 गर्भवती माताओं की एचआयवी जांच की गई थी. उसमें से तीन गर्भवती माताएं संक्रमित पायी गई. उन्हें एआरटी केंद्र भेजकर सीडी 4 व अन्य जांच की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई है. इस वर्ष 7 माह में जिले की 6 एचआयवी पॉजिटीव माताओं ने शिशुओं को जन्म दिया. वह नवजात शिशु एचआयवी से संक्रमित न हो इसके लिए उन्हें नेवीरैपिन औषधि दी गई थी. शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र में एचआयवी संक्रमितों की नियमित रुप से टीबी जांच भी की जाती है. लिंक वर्कर कार्यक्रम में जांच, समुपदेशन की जिम्मेदारी राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज शिक्षा व स्वास्थ्य प्रसारक मंडल संस्था मोझरी को सौंपी गई है. नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनायजेशन व मराएनिमा मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में तथा सामाजिक संस्थाएं गर्भवती माता व बालकों को एचआयवी संक्रमित होने से बचाने हेतू तकनीकी सहकार्य करती है.
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सीएस डॉ.श्यामसुंदर निकम के हाथों डॉ.संचयी लैब, स्पदन लैब के संचालकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. इसके अलावा एक महीने तक चलने वाले विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम के माध्यम से जनजागृति के लिए विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. संचालन अमोल मोरे तथा आभार जिला पर्यवेक्षक प्रकाश शेगोकार ने माना. कार्यक्रम की सफलतार्थ शेख शमी, अंजली रामटेके, लोकेश पवार, नरेश मंथापुरवार, ब्रम्हानंद सावरकर, सूरज भोयर, दामोदर गायकवाड, सुनील अघम ने कडी मेहनत की.
सात महीने में 90 नागरिक एचआयवी संक्रमित
जिला सामान्य अस्पताल के एड्स जनजागृति विभाग व्दारा हर साल नागरिकों की एचआयवी टेस्ट की जाती है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते यह जांच अभियान प्रभावित हुआ था. इसके बावजूद भी अप्रैल से अक्टूबर महीने तक विभाग व्दारा 36 हजार 785 नागरिकों की एचआयवी जांच की गई. जिसमें से 90 व्यक्तियों में एचआयवी के लक्षण पाये गए. फिलहाल उनपर एआरटी सेंट्रल में उपचार किया जा रहा है.