परतवाडा/ दि.26 – कोरोना काल की वजह से दो साल के बाद पहली बार बहिरम की यात्रा भरेगी. मध्यप्रदेश के झल्लार के लोग भी महिनाभर पहले से ही इस यात्रा की तैयारी में जुट गए है. मिट्टी के आकर्षक नए बर्तन, चिलम व हड्डी बनाने की शुरुआत हो गई है. 20 दिसंबर से 30 जनवरी तक यात्रा शुरु रहेगी. इस यात्रा की पूर्व तैयारी बहिरम में चांदूर बाजार पंचायत समिति ने शुरु की है. बहिरम यात्रा को लेकर प्रशासकीय मसूदे को मंजूरी दे दी गई है. कुछ खर्च के काम करने के लिए आवश्यक निधि की मांग जिला परिषद से की गई है.
कोरोना की वजह से पिछले दो वर्ष बहिरम की यात्रा भरी ही नहीं. इसके कारण यात्रा पर जाने वाले व खाने के शौकीनों के हाथ निराशा लगी थी. रोडगे और हंड्डी की सब्जी, हंड्डी चिकन, हंड्डी मटन का खाने के शौकीन स्वाद नहीं ले पाये. इस बार जोर-शोर के साथ बहिरम यात्रा भरेगी. खवैय्या इस बार पिछले दो साल की कमी पूरा करेंगे.
यात्रा में दुकान लगाने वाले दुकानदार, होटल व्यवसायी व यात्रियों को जलापूर्ति कुएं के पानी से नल के व्दारा की जाएगी. इसके अलावा दूसरा कही का भी पानी पिने के लिए उपयोग में नहीं लाया जा सकेगा. यात्रा परिसर में गंदगी, कचरा फैलाने वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी. जंगली लकडी का उपयोग किये जाने पर वन विभाग व्दारा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा के तहत कार्रवाई की जा सकती है. यात्रा परिसर में लगने वाली दुकानों के लिए पेड व प्लॉट की निलामी 12 से 17 दिसंबर तक ली जाएगी. 20 दिसंबर को होम हवन के साथ विधिवत बहिरम यात्रा की शुरुआत होगी. यात्रा के दौरान यात्रा कार्यालय की ईमारत व यात्रा परिसर में विज्ञापन के फलक, पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स नहीं लगा सकते. यात्रा कार्यालय से कार्यालय की ईमारत 100 मीटर परिधी के अंदर लाउडस्पीकर नहीं लगा सकते.
जुएं व नशे पर बंदी
यात्रा में किसी भी तरह से जुआ खेलने के लिए दुकान या शराब या किसी भी तरह के नशे की दुकान लगाने पर पाबंदी लगाई गई है.