अमरावती

शहर में क्रिसमस त्यौहार के तैयारी की धूम

बाजार में क्रिसमस ट्री, सजावट सामग्री, सांताक्लाज के ड्रेस व मुखौटों की भरमार

अमरावती/दि.22– शहर के गिरजाघरों में शनिवार 25 दिसंबर को मनाये जा रहे क्रिसमस की तैयारियों की धूम जारी है. क्रिसमस त्यौहार को देखते हुए शहर में भी विविध वस्तुएं खरीदी के लिए बाजार में उपलब्ध हो चुकी है. क्रिसमस में सांताक्लाज के कपड़े, टोपी व क्रिसमस ट्री का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि घर में क्रिसमस ट्री को सजाकर रखने से रात में सांताक्लाज आकर इस ट्री पर परिवार के हर सदस्य के लिए उपहार बांधकर जाते हैं. इसलिए क्रिसमस ट्री सजावट हेतु विभिन्न सामग्री इन दिनों बाजार में उपलब्ध है. जिसकी खरीदी जमकर की जा रही है.
बाजार में क्रिसमस त्यौहार से जुड़ी विभिन्न वस्तुओं की दूकानें सजी है. शहर के प्रमुख व्यापारी क्षेत्र के साथ विभिन्न इलाकों में फुटपाथ पर सजी दूकानें बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. यहां 6 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए सांताक्लाज की पोषाक, मुखौटे, टोपियां, रंगबिरंगी लाईट, बलून,डॉल, फैन्सी गिफ्ट, क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए बॉल्स,जिलेटिन,रंगबिरंगे तोरण,फूल मालाएं, आर्टिफिशियल फल व फूल,जिंगल बेल्स,स्टार,ग्रीटिंग कार्ड, चॉकलेट, कैडबरी, मोमबत्तियां आदि वस्तुएं बिक्री के लिए उपलब्ध है. फूटपाथ पर सजी यह दूकानें ग्राहकों को आकर्षित कर रही है. ग्राहक भी खरीदारी कर आनंद उठा रहे हैं.
क्रिसमस त्यौहार में खानपान में बेकरी पदार्थों का अधिक महत्व होता है. यह त्यौहार पाश्चात्य संस्कृति से जुड़ा है. लेकिन भारत में सर्वधर्म समभाव के साथ क्रिश्चन भाईयों के अलावा अन्य समाज के लोग भी क्रिसमस का पर्व उत्साह के साथ मनाते हैं. इस पर्व को मनाने के साथ ही इससे जुड़ी सभी परंपराओं का पालन भी किया जाता है. जहां क्रिसमस में विभिन्न प्रकार क और अलग-अलग फ्लेवर केक की डिमांड होती है. इसलिए शहर के मनभरी, केक एंड बेक, रघुवीर सहित कई प्रतिष्ठानों में अलग-अलग प्रकार के और अलग-अलग डिजाइन के साथ केक बनाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही आर्चिस पेपर रोज शॉपी में ग्राहकों के लिए आकर्षक वस्तुएं जैसे क्रिसमस ट्री, डेरोरेटिव लाइट,सांताक्लॉज के ड्रेस, टोपी, पेन स्टैंड, परफ्युम, कॉफी मग आदि उपलब्ध है. वैसे तो कोरोना महामारी व ओमायक्रॉन के साथ तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए शहर में सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजनों पर पाबंदी है. ऐसे में क्रिसमस निमित्त गिरजाघरों में आयोजित कार्यक्रमों को इस वर्ष भी विराम लगने की संभावना है.गिरजाघरों में भले ही कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे. लेकिन क्रिसमस निमित्त प्रार्थना सभाएं ली जाएगी. साथ ही प्रभु येशु का जन्म भी शुक्रवार 24 दिसंबर की रात 12 बजे मनाया जाएगा. इस निमित्त गिरजाघरों की साफ सफाई के साथ ही रोशनाई की तैयारियां जारी है. होलीक्रॉस परिसर में स्थित चर्च को आकर्षक रोशनी से सजाया जा रहा है. इसके अतिरिक्त शहर के अन्य चर्च में भी सजाये जा रहे हैं.

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