विधानसभा की आचार संहिता से पहले विमानतल के लोकार्पण की तैयारी
यात्री वाहतुक लाईसेंस का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास
* महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी के सतत प्रयास जारी
अमरावती/दि.16 – समिपस्थ बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल के यात्री वाहतुक लाईसेंस का प्रस्ताव महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी द्वारा केंद्रीय नागरी उड्डयन मंडल को भेजा जा चुका है. जिसके लिए राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी काफी आग्रही है और विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले इस विमानतल का लोकार्पण करने की जबर्दस्त तैयारियां चल रही है.
बता दें कि, बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल पर 1850 मीटर की लंबाई वाले रनवे के विस्तारीकरण का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही इस विमानतल पर डेडीकेटेड सर्विस देने हेतु एटीसी टॉवर, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था व टर्मिनल बिल्डिंग जैसे विकास कार्य अमरावती स्थित इंदू कंस्ट्रक्शन्स कंपनी द्वारा बडी तेजी के साथ किये जा रहे है. जिसके चलते अमरावती विमानतल से विमानों के टेक ऑफ व लैंडिंग का रास्ता खुल गया है. ऐसे में इस विमानतल के विस्तार व विकास जिम्मा रहने वाली महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी द्वारा इस विमानतल से यात्री विमानों की आवाजाही शुरु करने हेतु केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्रालय से आवश्यक अनुमति मांगी है.
* एटीआर-72 विमानसेवा हेतु करार
अमरावती विमानतल से 72 सीटर विमानसेवा को नियमित शुरु करने हेतु एक विमान कंपनी के साथ सरकार का करारनामा हो चुका है और अब अमरावती विमानतल से हवाई उडाने शुरु करने हेतु केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की प्रतीक्षा है. डीजीसीए व अन्य प्राधिकरणों से नाहरकत प्रमाणपत्र मिलने के पश्चात पहले चरण के तहत अमरावती-मुंबई-पुणे विमानसेवा शुरु की जाएगी.
* 6 मंजिला एटीसी टॉवर का काम युद्धस्तर पर
महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी की देखरेख के तहत अमरावती की इंदू कंन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा एटीसी टॉवर हेतु 6 मंजिला इमारत का निर्माण किया जा चुका है. जिसके लिए 10 टन की क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करने हेतु मुंबई से विशेष क्रेन मंगाई गई थी. इसके साथ ही 1850 मीटर की लंबाई वाले सुसज्जित रनवे पर नाइट लैंडिंग केबल के काम पूरे हो चुके है. साथ ही सुरक्षा दीवार के निर्माण का काम भी पूर्ण हो चुका है.
* विमानतल को भाउसाहब का नाम देने की मांग
अमरावती विमानतल को देश के प्रथम कृषि मंत्री डॉ. पंजाबराव देशमुख का नाम दिया जाये. इस आशय का प्रस्ताव अमरावती जिला परिषद द्वारा काफी पहले ही पारित किया गया था. इसी प्रस्ताव का संदर्भ लेते हुए जिले के सांसद बलवंत वानखडे ने केंद्र एवं राज्य सरकार को पत्र भेजते हुए अमरावती विमानतल को डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख का नाम दिये जाने की मांग उठाई है.
* आगामी समय के दौरान अमरावती विमानतल की अंतर्गत व बाह्य सुरक्षा का जिम्मा राज्य के पुलिस महकमें पर रहेगा. साथ ही विमानतल के परिचालन हेतु आवश्यक रहने वाले लाईसेंस को हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजा गया है. साथ ही अमरावती विमानतल से विमानों की आवाजाही शुरु करने हेतु राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रही है.
– गौरव उपश्याम,
प्रभारी प्रबंधक,
अमरावती विमानतल.