सुपर में फेज थ्री की तैयारी, ब्लड बैंक शुरु होने की प्रतीक्षा

अमरावती /दि.27– स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानी सुपर स्पेशालिटी हॉस्पीटल में फेज थ्री शुरु करने की तैयारी प्रशासन द्वारा शुरु की गई है. वहीं इस अस्पताल की फेज टू इमारत में वर्ष 2015 में भी सरकारी ब्लड बैंक को मंजूरी दी गई. जो अब तक हकिकत में कार्यान्वित नहीं हुई. जिसके चलते जिले के सभी सरकारी अस्पतालों हेतु रक्त आपूर्ति की जिम्मे का भार जिला सामान्य अस्पताल की ब्लड बैंक पर पडता है. जबकि सरकार एवं प्रशासन के लचर कामकाज के चलते पिछले 10 वर्षों से सुपर हॉस्पिटल में ब्लड बैंक शुरु होने की केवल प्रतीक्षा ही की जा रही है.
बता दें कि, जिले में वर्तमान स्थिति में जिला सामान्य अस्पताल की एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक कार्यरत है. जिसके चलते जिले के सरकारी अस्पतालों में भर्ती रहनेवाले और रक्त की जरुरत रहनेवाले मरीजों को इसी ब्लड बैंक से नियमित रक्त आपूर्ति की जाती है. जिसके तहत सुपर हॉस्पिटल के लिए भी इर्विन अस्पताल की ब्लड बैंक से ही रक्त आपूर्ति की जाती है. ऐसे में इर्विन अस्पताल की ब्लड बैंक पर काम के बढते बोझ को ध्यान में रखते हुए सुपर हॉस्पिटल हेतु वर्ष 2015 में ही स्वतंत्र ब्लड बैंक मंजूर की गई थी. राज्य रक्त संक्रमन परिषद द्वारा इस ब्लड बैंक को मंजूरी दिए जाने के बाद सुपर अस्पताल की फेज टू इमारत में ब्लड बैंक को तैयार भी किया गया, परंतु हकिकत में इस ब्लड बैंक का काम अब तक शुरु नहीं हुआ. सुपर अस्पताल में मरीजों की बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि, आखिर सुपर अस्पताल की ब्लड बैंक कब शुरु होगी.
* सुपर की ब्लड बैंक के अधिकारी इर्विन में
विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल की ब्लड बैंक में मंजूर रहनेवाले वैद्यकीय अधिकारियों व तकनीशियनों के पद भी भरे गए थे. परंतु सुपर हॉस्पिटल की ब्लड बैंक शुरु नहीं होने के चलते इन अधिकारियों को फिलहाल जिला सामान्य अस्पताल की ब्लड बैंक में प्रतिनियुक्ति दी गई है.
* सुपर में पूरे संभाग से आते है मरीज
सुपर हॉस्पिटल यानी विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण शल्यक्रिया, प्लास्टिक सर्जरी, कर्करोग व हृदयरोग की शल्यक्रिया सहित छोटे बच्चों की विविध बीमारियों पर शल्यक्रियाएं होती है. साथ ही यहां पर डायलिसिस सेंटर भी है. जिसके चलते अमरावती जिले व शहर सहित संभाग के पांचों जिलो एवं मध्यप्रदेश की सीमावर्ती जिलों से भी कई मरीज इलाज के लिए सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में आते है. ऐसे में शल्यक्रिया व डायलिसिस के दौरान मरीजों को रक्त की जरुरत पडती है. जिसके चलते सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक शुरु करना बेहद जरुरी हो चला है.